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जेल में बंद बाहुबली विधायक रमाकांत यादव ने सपा प्रमुख अखिलेश यादव को लिखा पत्र, जेल प्रशासन पर लगाया प्रताड़ना का आरोप



आजमगढ़ : फतेहगढ़ जेल में बंद फूलपुर पवई विधानसभा से सपा विधायक व पूर्व सांसद रमाकांत यादव (Ramakant Yadav) ने समाजवादी पार्टी अध्यक्ष अखिलेश यादव (Akhilesh Yadav) को पत्र लिखा है। पत्र में जेल प्रशासन द्वारा प्रताड़ित करने का आरोप लगाया है। रमाकांत यादव ने आजमगढ़ जेलर पर दुर्व्यहार करने का आरोप लगाया है।

बाहुबली विधायक रमाकांत यादव ने पत्र में जिक्र किया है कि डेढ़ महीने से 24 साल पुराने एक मुकदमे में एनबीडब्ल्यू के तहत जेल में बंद किया गया। उसके बाद पुलिस द्वारा फर्जी मुकदमों में फंसाकर जेल में बंद रखा गया। उन्हें शुगर, बीपी, हार्ट आदि जैसी गंभीर बीमारी है। ऐसी स्थिति में उन्हें एक साधारण बंदी की तरह रखा गया था, जबकि वह चार बार के सांसद और पांचवीं बार फूलपुर पवई विधानसभा से विधायक हैं। उन्हें एमपी-एमएलए जैसी कोई सुविधा नहीं उपलब्ध कराई जा रही थी।

रमाकांत यादव ने कहा कि प्रभारी जेलर विकास कटियार से उन्होंने 7 सितंबर को अपने विधानसभा के लेटर पैड पर लिखकर एमपी-एमएलए को जेल में मिलने वाली सुविधाओं की जानकारी मांगी तो जेलर विकास कटियार ने व्यंग्यात्मक अंदाज में कहा कि यहां किसी एमपी-एमएलए की पैड का कोई मतलब नहीं है। यहां हम इसे कूड़ा समझते हैं, यहां सिर्फ मुख्यमंत्री और जेल प्रशासन का पैड चलता है। रही बात सुविधाओं की तो आपको एक साधारण बंदी की तरह रखा जाएगा, जो लिखना-पढ़ना हो, लिख-पढ़ लीजिए। कुछ नहीं होने वाला। कहते हुए लेटर पैड को मेरे सामने फाड़ कर कूड़ेदान में डाल दिया।

रमाकांत यादव ने पत्र में कहा कि 10 सितंबर को 7:45 बजे सुबह अवगत कराया गया कि मंडल कारागार आजमगढ़ से सेंट्रल जेल फतेहगढ़ स्थानांतरित कर दिया गया। 8:30 बजे जेल प्रशासन की कबाड़ा गाड़ी से 500 किलोमीटर की लंबी यात्रा करवा कर सेंट्रल जेल फतेहगढ़ शाम को 6 बजे शिफ्ट कर दिया गया। उन्होंने आरोप लगाए हैं कि उन्हें किसी से मिलने नहीं दिया जा रहा है। रमाकांत यादव ने अपने राष्ट्रीय अध्यक्ष से निवेदन किया है कि उक्त प्रकरण पर गंभीरता से विचार करते हुए सदन के पटल पर रखने का कष्ट करें, जिससे दोषी लोगों के विरुद्ध कार्रवाई हो और कोई जेलर या जेल प्रशासन उनके साथ-साथ किसी भी अन्य सदस्य लोकसभा या विधानसभा के साथ ऐसा कोई दुर्व्यवहार न कर सके।

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