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छात्राओं ने प्रधानाचार्य पर लगाया भेदभाव का आरोप, किया हंगामा



आजमगढ़ : मेंहनगर क्षेत्र के गौरा स्थित मंडलेश्वर पोखरा पर समाज कल्याण विभाग द्वारा संचालित राजकीय आश्रम पद्धति बालिका विद्यालय में बुधवार की रात में दलित समुदायों के छात्राओं के साथ कथित तौर पर भेदभाव का मामला सामने आया है। जिला प्रशासन ने गुरुवार को इस आरोप में सरकारी बोर्डिंग गर्ल्स कॉलेज की प्रिंसिपल के खिलाफ जांच के आदेश दिए हैं। राजकीय आश्रम पद्धति बालिका इंटर कॉलेज में लड़कियों के लिए हॉस्टल है।
  मिली जानकारी के मुताबिक बुधवार को नौवीं कक्षा की छात्राओं के बीच किसी बात को लेकर झगड़ा हुआ। जिसके बाद वे दोनों अपनी शिकायत लेकर प्रिंसिपल रागिनी सिंह के पास पहुंची। उन दोनों में से एक छात्रा दलित समुदाय की थी। छात्रा ने प्रिंसिपल पर आरोप लगाते हुए कहा कि प्रिंसिपल ने उसके साथ बुरा व्यवहार किया। यही नहीं छात्रा ने अपना पक्ष नहीं सुने जाने का भी आरोप लगाया। इस घटना के बाद पांच दलित छात्राओं ने एसडीएम को पत्र लिखकर बताया कि स्कूल में उनके साथ भेदभाव किया जाता है। सुबह प्रार्थना सभा में आखिरी पंक्ति में खड़ा करवाया जाता है और क्लास में पीछे बैठने को कहा जाता है। लिखित शिकायत में दलित छात्राओं ने प्रिंसिपल पर आरोप लगाते हुए कहा कि वह न केवल हमारे साथ बुरा व्यवहार करती हैं बल्कि हमारे माता-पिता के लिए भी अभद्र शब्दों का प्रयोग करती हैं। उन्हें जातिसूचक शब्दों से संबोधित करती हैं। प्रिंसिपल कार्यालय से बाबा भीमराव आंबेडकर व भगवान बुद्ध की फोटो हटा को भी हटा दिया गया है।
  इस संबंध में मेंहनगर के एसडीएम दुष्यंत कुमार मौर्य ने बताया कि मामले की जांच कर रहे हैं, यदि प्रिंसिपल दोषी पाई जाती हैं, तो उनके खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी।



1 comment:

  1. बहुत अच्छा एक बात और
    छात्रा के साथ प्रिंसिपल ने मार पिट भी की है

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