Breaking Reports

कॉल सेन्टर बनाकर लोगों के क्रेडिट कार्ड का डिटेल प्राप्त कर साइबर ठगी करने वाले अन्तर्राज्यीय गैंग का सदस्य दिल्ली से गिरफ्तार


आजमगढ़ : शहर कोतवाली थाना क्षेत्र के मड़या निवासी विवेक अस्थाना ने 21 नवम्बर 2020 को साइबर क्राइम थाना परिक्षेत्र आजमगढ़ में सूचना दिया कि साइबर ठगों ने मेरे मो0नं0 पर कस्टमर केयर बनकर काल करके मेरे आईसीआईसीअई बैंक एवं इण्डसइंड बैंक के क्रेडिट कार्ड की डिटेल बताकर मुझसे धोखे से ओ0टी0पी प्राप्त कर कुल 1,35,100 रु0 निकाल लिए है। इस सूचना के आधार पर पुलिस ने आई0टी0 एक्ट के तहत पंजीकृत किया था।


साइबर क्राइम थाना पुलिस द्वारा उक्त अपराध के सफल अनवारण के लिए उच्चाधिकारियो के निर्देषानुसार तकनीकी संसाधनो का प्रयोग करते हुए विवेचना के मध्य प्रभारी निरीक्षक साइबर क्राइम द्वारा अभिसूचना संकलन करके कार्यवाही प्रारम्भ की गयी तो इससे आरोपी अभिषेक कुमार पुत्र राकेश कुमार निवासी वी-16 पुराना नांगल, थाना दिल्ली कैण्ट, नरेन्द्र कुमार पुत्र रामधन निवासी वी-60 पुराना नांगल, थाना दिल्ली कैण्ट जिला दक्षिणी दिल्ली, गीताराम पुत्र मुन्ना लाल निवासी प्लाट 200 श्रीराम चैक थाना मोहन गार्डन जिला द्वारका दिल्ली का नाम प्रकाश में आया, जिनके द्वारा मिलकर साइबर ठगी की गयी।

प्रकाश में आये अभियुक्तों की गिरफ्तारी के लिए डीआईजी से दिल्ली प्रान्त जाने के लिए परमिशन प्राप्त कर साइबर क्राइम थाना टीम सोमवार को समय 8:00 बजे आरोपी अभिषेक कुमार निवासी वी-16 पुराना नांगल, थाना दिल्ली कैण्ट जिला दक्षिणी दिल्ली को उसके घर से गिरफ्तार कर घटना में प्रयुक्त कालिंग मोबाईल को बरामद किया गया। बाद गिरफ्तारी मा0 न्यायालय आजमगढ़ के समक्ष पेश कर जेल भेजा गया। 


 अभिषेक कुमार ने पूछताछ में बताया कि मै और मेरा दोस्त मयंक जो सुभाष नगर दिल्ली का रहने वाला हैं, 07 माह पूर्व पश्चिम बिहार रेडिसन होटल के पीछे भैरो एनक्लेव 1 फ्लोर पर काल सेन्टर चलाते थे। जिसमें अलग-अलग जगह के 15-20 लोग कार्य करते थे। मेरा साथी मयंक जो क्रेडिट कार्ड की डिटेल (नाम, पता, मो0नं0, क्रेडिट कार्ड नं0, सीवीवी नं0) थर्ड पार्टी से प्राप्त करके क्रेडिट कार्ड होल्डर को कस्टमर केयर बनकर काल करते थे और उनसे उनकी क्रेडिट कार्ड की लिमिट बढ़ाने के नाम पर धोखे से ओ0टी0पी0 प्राप्त कर पेमेन्ट गेटवे (nobroker.com, housing.com) के माध्यम से विभिन्न बैंक खातो में पैसा जमा कराकर साइबर ठगी को अंजाम देते हैं। लोगो को जानकारी हो जाने की वजह से वर्तमान समय में कॉलसेन्टर बन्द हो गया हैं।

No comments