जेल में बंद मुख्तार अंसारी इस बार नहीं लड़ेंगे चुनाव, जानिए अब उनकी सीट से कौन लड़ेगा
मऊ : उत्तर प्रदेश में जारी विधानसभा चुनाव के बीच जेल में बंद बाहुबली विधायक मुख्तार अंसारी को लेकर एक बड़ी खबर सामने आयी है। मुख्तार अंसारी इस बार विधानसभा चुनाव नहीं लड़ेंगे। दशकों बाद ऐसा पहली बार होगा जब मऊ से विधायक मुख्तार अंसारी खुद चुनाव नहीं लड़ेंगे। मऊ सदर विधानसभा सीट को मुख्तार अंसारी का गढ़ माना जाता है।
मुख्तार अंसारी इस बार खुद चुनाव नहीं लड़ेंगे, बल्कि सुभासपा के टिकट पर अपने बेटे अब्बास अंसारी को लड़वाएंगे। मऊ सदर विधानसभा सीट समाजवादी पार्टी की गठबंधन सहयोगी ओमप्रकाश राजभर की पार्टी के पास थी। सुभासपा ने मुख्तार अंसारी को प्रत्याशी घोषित कर दिया गया था। ओम प्रकाश राजभर की पार्टी के टिकट पर अब्बास अंसारी ने आज सोमवार को नामांकन भी भर दिया। मुख्तार अंसारी के सबसे बड़े बेटे 29 वर्षीय अब्बास पिछले कुछ वर्षों से राजनीति में भी सक्रिय रहे हैं। अब्बास शूटिंग चैंपियन भी रह चुके हैं और अंतरराष्ट्रीय शूटिंग प्रतियोगिता में कई मेडल भी अपने नाम किए हैं। हालांकि पिता के जेल जाने के बाद उन्होंने राजनीति में कदम रखा और बहुजन समाज पार्टी में शामिल हो गए। अब्बास अंसारी इसके पहले 2017 के विधानसभा चुनाव में बसपा के टिकट पर मऊ जिले की ही घोसी विधानसभा सीट से लाडे थे। तब अब्बास अंसारी को भारतीय जनता पार्टी के फागू चौहान से हार का सामना करना पड़ा था।
मऊ सीट से मुख्तार अंसारी लगातार पांच बार विधायक रह चुके हैं। मुख्तार अंसारी ने 1996 में पहली बार इस सीट से बसपा के टिकट पर जीत हासिल की थी। इसके बाद 2002 और 2007 में निर्दलीय जीत हासिल की। वहीं, 2012 में कौमी एकता दल का गठन कर चुनाव मैदान में उतरे और चौथी बार जीत हासिल करने में सफल रहे। 2017 में फिर बसपा के टिकट पर चुनाव लड़े और जीत मिली।
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