ईंट-भठ्ठे से भाग रहे बंधुआ मजदूरों को गुर्गो ने घेरा, डीएम जांच कर सख्त कार्रवाई का दिया निर्देश
आजमगढ़ : जनपद के कप्तानगंज थाना क्षेत्र के देउरपुर गांव में विनोद यादव के ईंट-भठ्ठे पर काम करने के लिए छत्तीसगढ़ के 8 मजदूर नवंबर 2018 में अपने चार मासूम बच्चों के साथ पहुंचे। उन्होंने एक महीने तक भठ्ठे पर मजदूरी की और जब दिसंबर में अपनी मजदूरी मांगी तो भठ्ठा मालिक ने मजदूरी देने से इनकार कर दिया। आरोप है कि मजदूरों को मारपीट कर बंधक बना लिया गया। पीड़ित मजदूरों की मानें तो उनसे रोज भठ्ठा मालिक काम लेता था।
महिला मजदूरों के साथ भठ्ठे पर छेड़छाड़ भी की जाती थी। किसी तहर से बंधक मजदूर आज भठ्ठे से भाग निकले। पीड़ित मजदूर संदीप भार्गव और रुकमिणी भार्गव ने बताया कि सभी मजदूर परिवहन निगम की बस में बैठकर नगर में आ रहे थे कि रास्ते में बस में भठ्ठा मालिक के गुर्गे सवार हो गए और वे उन्हें जबरदस्ती बसे से नीचे उतारने लगे। जिसका बस में बैठी सवारियों ने विरोध किया। इसी बीच बस आजमगढ़ बस अड्डे पहुंची। जहां बस के चालक और परिचालक ने उन्हें पुलिस चौकी के पास छोड़ दिया। तभी एक बार फिर भठ्ठा मालिक के गुर्गे पहुंचे और मजदूरों को धमकाने लगे। सूचना मिलने पर शहर कोतवाली पुलिस पहुंच गई। पुलिस मजदूरों को हिरासत में लेकर घटना की सूचना उच्चाधिकारियों को दी। डीएम के निर्देश पर श्रम विभाग के लोग पहुंचे और इन मजदूरों को अपनी सुरक्षा में लेकर साथ चले गए। डीएम शिवाकांत द्विवेदी ने बताया कि मामले की जांच श्रम विभाग कर रहा। दोषियों के विरुद्ध सख्त कार्रवाई की जाएगी।

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