ISIS आतंकी रिजवान की गिरफ्तारी से फिर चर्चा में आजमगढ़
आजमगढ़ : जिले का आतंकी कनेक्शन एक बार फिर से सामने आया है। दिल्ली की स्पेशल सेल ने जिन तीन आतंकियों को गिरफ्तार किया है। उनमें एक आरोपी आजमगढ़ का रहने वाला है। आतंकवादी संगठन इस्लामिक स्टेट (आईएसआईएस) से कनेक्शन है। एनआईए सहित अन्य खुफिया एजेंसियों की नजर एक बार फिर आजमगढ़ की ओर हो गई है।
सोमवार को दिल्ली की स्पेशल सेल ने जिन तीन आतंकियों को गिरफ्तार किया है। उनमें एक आरोपी मोहम्मद रिज़वान अशरफ आजमगढ़ का रहने वाला है। उसका पिता मोहम्मद नजीफ अशरफ सऊदी अरब की शिपिंग कंपनी में क्लर्क हैं। जबकि मां शमां अशरफ गृहणी हैं। छह भाई-बहनों में रिजवान की शुरुआती एजुकेशन फतेहपुर शहर के नूरूल हुदा इंग्लिश मीडियम स्कूल जामिया तुल फलाह से हुई है। 2012 में अरबी में अलीमियात की शिक्षा पूरी कर गाजियाबाद के आईटी कॉलेज से बीटेक किया। आरोपी रिजवान को दिल्ली की स्पेशल सेल ने लखनऊ के कैंपवेल रोड से गिरफ्तार किया है।
ऐसा पहली बार नहीं जब जिले से किसी आतंकवादी की गिरफ्तारी हुई हो। इसके पहले अहमदाबाद सीरियल ब्लास्ट, मुंबई ब्लास्ट, वाराणसी ब्लास्ट और टी-सीरीज कंपनी के मालिक गुलशन कुमार की हत्या और बाटला हाउस एनकाउंटर में भी आजमगढ़ के युवकों का नाम आया। पिछले साल ही अगस्त में आईसआईएस से जुड़े आतंकी आजमगढ़ के ही मेहमूदापुरा अमिलो मुबारकपुर सबाउद्दीन आजमी को दबोचा गया था।
खुफिया एजेंसियों ने आतंकियों के आजमगढ़ माड्यूल्स की पड़ताल नए सिरे से शुरू की है। पता चला है कि पूर्वांचल समेत कई जिलों के युवाओं से संपर्क कर उन्हें आईएसआईएस से जोड़ने की तैयारी की जा रही है। इसके मद्देनजर खुफिया एजेंसियां बेहद सतर्क हैं। उनके निर्देश पर नेपाल सीमा पर भी चौकसी बढ़ा दी गई है। खास तौर पर आजमगढ़ और गोरखपुर से नेपाल जाने वाले लोगों पर कड़ी नजर रखी जा रही है। एनआईए की तरफ से घोषित दस-दस लाख के छह फरार आतंकी आजमगढ़ निवासी हैं।
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