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साइबर ठगों का पर्दाफाश: बुनते थे ठगी का ऐसा जाल कि हर कोई...


आजमगढ़ : थाना कोतवाली और साइबर सेल की संयुक्त टीम ने बड़ी सफलता हासिल की है। पुलिस ने अंतरराज्यीय साइबर ठग गिरोह के पांच शातिर अपराधियों को गिरफ्तार कर उनके पास से करीब 10 लाख रुपये मूल्य के 33 मोबाइल फोन, 14 क्रेडिट व डेबिट कार्ड, एक हुंडई वरना कार और नकदी बरामद की है। गिरोह के सदस्य लोगों को कॉल कर खुद को बैंक अधिकारी बताकर क्रेडिट कार्ड बंद कराने, रिन्युअल, लिमिट बढ़ाने और रिवॉर्ड पॉइंट कैश कराने का झांसा देते थे।

एसएसपी हेमराज मीना ने बताया कि एक जुलाई को थाना कोतवाली को सूचना मिली कि कुछ लोग साइबर ठगी करने के बाद मोबाइल खरीद कर सस्ते दामों में बेच रहे हैं। सूचना पर पुलिस टीम ने बाजार में चेकिंग शुरू की और तीन अभियुक्तों को प्राइवेट बस अड्डे से पकड़ा। उनके पास से दो नए मोबाइल, पांच पुराने मोबाइल, सात बैंक कार्ड, चेकबुक और नकदी बरामद हुई। गिरफ्तार अभियुक्तों ने पूछताछ में अपने दो अन्य साथियों के बारे में बताया जो दिल्ली में सक्रिय थे। दूसरे दल ने दिल्ली पहुंचकर दो और अभियुक्तों को धर दबोचा और उनके पास से 23 सील पैक मोबाइल, सात कार्ड, 1250 रुपये नकद और एक कार बरामद की।

गिरफ्तार अभियुक्तों में अंजेश सरोज ग्राम रसूलपुर थाना रानीपुर (मऊ), आदित्य सिंह, ग्राम जमीन भीख बड़हलगंज थाना जहानागंज (आजमगढ़), दीपक ग्राम हाफिजपुर चट्टी थाना चिरैयाकोट (मऊ), नायाब अनवर पुत्र कुद्दूस निवासी दानापुर थाना दानापुर (बिहार), संयम जैन निवासी एस 115116 द्वितीय फ्लोर परमपुरी उत्तम नगर डीके मोहन गार्डेन (दिल्ली) शामिल हैं। एसपी ने बताया कि नायाब अनवर पर बागपत के बड़ौत थाने में आईटी एक्ट और संयम जैन पर गाजियाबाद के इंदिरापुरम में धोखाधड़ी का मामला दर्ज है। इस मामले में दीपक उर्फ रोहन और गोलू जिनका पता अज्ञात है, वह अभी फरार हैं।

एसएसपी ने बताया कि गिरोह के सदस्य लोगों को कॉल कर खुद को बैंक अधिकारी बताकर क्रेडिट कार्ड बंद कराने, रिन्युअल, लिमिट बढ़ाने और रिवॉर्ड पॉइंट कैश कराने का झांसा देते थे। फिर ओटीपी लेकर कार्ड से ऑनलाइन खरीदारी करते और महंगे मोबाइल लेकर उन्हें बाजार में सस्ते दामों में बेच देते थे। एसएसपी हेमराज मीना ने पूरी टीम को उत्कृष्ट कार्य के लिए बधाई दी और कहा कि साइबर अपराध के खिलाफ ऐसी कार्रवाइयां लगातार जारी रहेंगी।

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