पीठ पर पत्नी को लादकर घुटनों के बल पहुंचा जिलाधिकारी कार्यालय, लगाई गुहार...
आजमगढ़ : जहानागंज क्षेत्र के कुंजी गांव निवासी दिव्यांग दंपति मंगलवार की दोपहर अपनी फरियाद लेकर कलक्ट्रेट पहुंचे। तेज धूप और जलते हुए फर्श पर घुटने के बल घिसटते हुए दिव्यांग पति पीठ पर पत्नी को लादकर जिलाधिकारी कार्यालय पर पहुंचा। उसने मुख्य राजस्व अधिकारी को प्रार्थना पत्र देकर घर तक जाने के लिए रास्ता दिए जाने की गुहार लगाई।
कुंजी गांव निवासी अशोक कुमार पुत्र तूफानी राम और उसकी पत्नी सुमन पैर से दिव्यांग हैं। अशोक का कहना है कि उसके गांव में चकबंदी चल रही है। उसके घर आने-जाने के लिए कोई रास्ता नहीं है। दिव्यांग होने के कारण उन्हें काफी परेशानी का सामना करना पड़ रहा है। बारिश होने पर बड़ी दिक्कत का सामना करना पड़ता है। घर तक रास्ता की मांग को लेकर वह कई बार तहसील से लेकर चकबंदी कार्यालय तक गुहार लगा चुका है, लेकिन कोई सुनवाई नहीं हुई।
मुख्य राजस्व अधिकारी संजीव ओझा ने इसे गंभीरता से लिया। उनका शिकायत पत्र लिया और तत्काल बंदोस्त अधिकारी चकबंदी लालता प्रसाद अहिरवार से बात कर समस्या के समाधान का निर्देश दिया। बंदोबस्त अधिकारी ने बताया कि वर्तमान में गांव में चकबंदी प्रक्रिया चल रही है, पूरा प्रयास किया जाएगा कि शिकायकर्ता के घर तक रास्ता निकाला जाए।
पीड़ित दंपति मंगलवार की दोपहर घर से ट्राईसाइकिल पर सवार होकर कलक्ट्रेट पहुंचे। लेकिन जब अशोक कलक्ट्रेट के रैंप पर डीएम कार्यालय तक जाने लगे, तो वहां तैनात गार्ड ने ट्राईसाइकिल ऊपर ले जाने से रोक दिया। इस पर अशोक ने लाचार होकर अपनी पत्नी को पीठ पर लादा और घुटनों के बल रैंप चढ़ते हुए डीएम कार्यालय तक पहुंचे। उनकी यह स्थिति देख डीएम कार्यालय के बाहर खड़े लोग भौचक हो गए।
डीएम के अनुपस्थित होने पर आरजीआरएस पटल प्रभारी शरद यादव ने दिव्यांग दंपति का प्रार्थना पत्र लेने के बाद सीआरओ संजीव ओझा को अवगत कराया। सीआरओ ने उनके प्रार्थना पत्र पर उचित कार्रवाई कराए जाने का उन्हें आश्वासन दिया। सीआरओ के निर्देश पर होमगार्ड कलक्ट्रेट के भूतल से दिव्यांग की ट्राईसाइकिल लेकर ऊपर आया। ट्राई साइकिल पर सवार होकर दिव्यांग कलक्ट्रेट से अपने घर को रवाना हो गए।
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