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त्रिस्तरीय पंचायत चुनाव : नए वोटर जोड़ने से लेकर पुराने नाम हटाने तक, तय हुआ पूरा रोडमैप



आजमगढ़ : जिलाधिकारी एवं जिला निर्वाचन अधिकारी रविंद्र कुमार की अध्यक्षता में कलेक्ट्रेट सभागार में त्रिस्तरीय पंचायत निर्वाचन की निर्वाचक नामावलियों के वृहद पुनरीक्षण को लेकर एक अहम बैठक आयोजित की गई।

जिलाधिकारी ने स्पष्ट निर्देश दिए कि बीएलओ (बूथ लेवल अधिकारी) का चयन मतदान केंद्रों के अनुसार समय से कर लिया जाए और उनकी छवि निष्पक्ष, गैर-राजनीतिक व भरोसेमंद होनी चाहिए। उन्होंने कहा कि बीएलओ मतदाता सूची को समय से अद्यतन करें और किसी प्रकार की गड़बड़ी, जैसे प्रलोभन या दबाव में नाम जोड़ने पर संबंधित पर सख्त कार्यवाही की जाए। यदि किसी बीएलओ द्वारा गलत नाम जोड़ा जाता है तो उसकी जाँच कर तुरंत निलंबित किया जाए। उन्होंने कहा कि नए मतदान केंद्र 800–900 मतदाता रेशियो के आधार पर तय किए जाएं और जहां तक संभव हो, सरकारी भवनों में ही बनें। बीएलओ की प्रशिक्षण प्रक्रिया से पहले सभी आवश्यक प्रपत्र भी तैयार कर लिए जाएं।

उन्होंने पुनरीक्षण कार्य की समय-सीमा की जानकारी देते हुए बताया कि 18 जुलाई से 18 अगस्त 2025 तक ग्राम पंचायत के आंशिक भागों के नगरीय निकाय में समाहित होने की स्थिति में विलोपन एवं मतदाता सूची की प्रिंटिंग की जाएगी। इसके बाद 19 अगस्त से 29 सितम्बर 2025 तक बीएलओ घर-घर जाकर गणना करेंगे और 01 जनवरी 2025 तक 18 वर्ष पूर्ण करने वाले नए मतदाताओं के नाम जोड़ेंगे। इसी दौरान 19 अगस्त से 22 सितम्बर 2025 तक ऑनलाइन आवेदन प्राप्त किए जाएंगे, जिनकी जांच 23 से 29 सितम्बर 2025 तक होगी।

हस्तलिखित पाण्डुलिपियाँ 30 सितम्बर से 6 अक्टूबर 2025 तक सहायक निर्वाचक रजिस्ट्रीकरण अधिकारी कार्यालय में जमा होंगी। इसके उपरांत 7 अक्टूबर से 24 नवम्बर 2025 तक ड्राफ्ट मतदाता सूची का कम्प्यूटरीकरण किया जाएगा। कम्प्यूटरीकरण के बाद 5 दिसम्बर 2025 को अनंतिम मतदाता सूची प्रकाशित की जाएगी, जिसका निरीक्षण 6 से 12 दिसम्बर 2025 तक चलेगा। इन्हीं तिथियों में दावे और आपत्तियाँ भी प्राप्त की जाएँगी, जिनका निस्तारण 13 से 19 दिसम्बर 2025 के बीच होगा। इसके पश्चात पूरक सूची तैयार कर 24 दिसम्बर से 08 जनवरी 2026 तक कम्प्यूटरीकरण किया जाएगा। अंततः 15 जनवरी 2026 को अंतिम मतदाता सूची का प्रकाशन किया जाएगा।

जिलाधिकारी ने निर्देश दिया कि समस्त निर्वाचक रजिस्ट्रीकरण अधिकारी व सहायक अधिकारी अपने क्षेत्र में इस कार्यक्रम का प्रचार-प्रसार करें और सभी कार्यालयों के सूचना पट पर इसे प्रदर्शित करें। पुनरीक्षण कार्य के दौरान आने वाले सार्वजनिक अवकाशों में भी कार्यालय खुले रहें और समय-सीमा हर हाल में सुनिश्चित की जाए।

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