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कारगिल शहीद रामसमुझ यादव की 25वीं पुण्यतिथि : मेले का आयोजन, 37 शहीदों के परिजनों को किया गया सम्मानित



आजमगढ़ : सगड़ी तहसील क्षेत्र के नत्थूपुर गांव में कारगिल शहीद रामसमुझ यादव की 25वीं पुण्यतिथि पर शनिवार को श्रद्धांजलि सभा एवं मेले का आयोजन किया गया। पूर्वांचल के 37 शहीदों के परिजनों को अंगवस्त्रम और प्रतीक चिन्ह देकर सम्मानित किया गया। कारगिल युद्ध में शहीद रामसमुझ के साथ युद्ध लड़ने वाले उनके 28 साथी भी मंच पर मौजूद रहे। सभी ने शहीद रामसमुझ यादव को श्रद्धा सुमन अर्पित किए।

 मुख्य अतिथि के तौर पर ब्रिगेडियर केएस मेहरा 13 कुमाऊं रेजिमेंट ने कहा कि ऑपरेशन विजय के दौरान 18 हजार फिट ऊंची कारगिल तुरतुक की पहाड़ी पर 60 जवानों के साथ जाकर दुश्मनों की जानकारी जुटाई।30 अगस्त 1999 को भोर में ही हमने दुश्मनों पर आक्रमण कर पहाड़ी पर कब्जा कर लिया। नौ सैनिकों ने बलिदान दे दिया। शहीद राम समुझ यादव बुखार से पीड़ित होने के बाद भी लड़े और शहीद हो गए।


सांसद धर्मेंद्र यादव ने कहा कि देश के लिए सबसे बड़ा धर्म है वह हमारे सैनिक कर रहे हैं। हम सभी इन्ही सैनिकों के बल पर सुरक्षित और चैन की नींद सो रहे हैं। उनके परिजनों के लिए जितना भी किया जाय वह कम है। सैनिकों का सम्मान देने का कार्य नेता मुलायम सिंह ने किया था। यदि दुबारा सरकार बनी तो नत्थूपुर का शहीद स्मारक प्रदेश का सबसे बेहतर शहीद स्मारक होगा।

शहीदों के सम्मानित होने वाले परिजनों में कैप्टन विक्रम बत्रा के पिता गिरधारी लाल बत्रा, लखनऊ के कैप्टन मनोज पांडेय के परिजन, देवरिया के कीर्ति चक्रविजेता अंशुमान के परिजन, गाजीपुर के संजय यादव, शेषनाथ यादव के परिजन समेत अन्य लोग लोग शामिल रहे।

सांस्कृतिक कार्यक्रम में लोक गायकों की प्रस्तुति ने सभी को भावविभोर कर दिया। कार्यक्रम स्थल खचाखच भरा था और सुरक्षा को लेकर पुलिस भी तैनात रही। कार्यक्रम का संचालन प्रदीप कुमार तिवारी ने किया। इस मौके पर शहीद रामसमुझ के भाई प्रमोद यादव, पिता राजनाथ यादव, पूर्व मंत्री बलराम यादव के अलावा जनपद के समस्त विधायक, ब्लॉक प्रमुख प्रतिनिधि मनीष कुमार मिश्रा, पूर्व विधायक वंदना सिंह, हवलदार यादव आदि लोग मौजूद रहे।

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