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प्रधानमंत्री ने किसानों को दी सम्मान निधि की पहली किश्त, लगभग 80 हजार किसानों के खाते में पहुंचे 2 हजार रुपये



आजमगढ़ : प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने रविवार को किसान सम्मान निधि योजना का शुभारंभ गोरखपुर में किया। प्रधानमंत्री ने देश के विभिन्न प्रांतों के कुल एक करोड़, एक लाख, छह हजार 880 रुपये (1,01,06,880 रुपये) किसानों के बैंक खाते में पहली किश्त के दो हजार रुपये ऑनलाइन भेजा। इस योजना से जिले के कुल 80,852 किसान लाभान्वित हुए हैं। प्रधानमंत्री के संबोधन का सजीव प्रसारण जिलास्तर पर नेहरू हाल और जिले की आठ तहसीलों और 22 विकास खंडों में किया गया। जैसे ही किसानों के खाते में योजना के प्रथम किश्त की धनराशि पहुंची और मोबाइल फोन पर मैसेज पहुंचे तो उनके चेहरे खिल उठे।
    मंडलायुक्त जगत राज ने कहा कि जनपद स्तर पर लघु एवं सीमांत किसान 5,85,000 हैं। जिसमें 3,12,697 किसानों द्वारा पंजीकरण कराया जा चुका है। इस प्रकार जिला, तहसील व विकास खंडों में कुल 80,852 किसानों के बैंक खातों में सम्मान राशि भेजी गई है। शेष किसानों के खाते में भी जल्द चली जाएगी।
    जिलाधिकारी शिवाकांत द्विवेदी ने कहा कि किसी किसान को कहीं भी कोई समस्या हो तो वह कृषि विभाग के अधिकारियों से मिलकर अवगत करा सकता है। उनकी समस्या का निस्तारण किया जाएगा, क्योंकि यह योजना प्रधानमंत्री की महत्वाकांक्षी योजनाओं में से एक है।
जिलाधिकारी ने किसानों को प्रधानमंत्री श्रमयोगी मानधन पेंशन योजना के बारे में भी बताया गया। कहा कि इस योजना का लाभ श्रमिक, रिक्शा चालक, दिहाड़ी मजदूर, आदि उठा सकते है। इस योजना में शामिल होने के लिए न्यूनतम उम्र 18 वर्ष और अधिकतम 40 वर्ष होनी चाहिए तथा प्रतिमाह कम से कम 55 रू0 और अधिकतम 200 रू0 प्रतिमाह 60 साल तक की उम्र तक जमा करना होगा। 60 साल बाद कम से कम रू0 3000 प्रतिमाह पेंशन के रूप में मिलेगा। इस योजना में पंजीकरण कराने हेतु श्रम विभाग जाकर करा सकते है। अधिक जानकारी के लिए श्रम विभाग से सम्पर्क कर सकते है। सूचना विभाग कार्यक्रम का सजीव प्रसारण एलईडी वैन के द्वारा और प्रचार-साहित्य का भी वितरण कराया गया।
   इस अवसर पर एडीएम प्रशासन प्रशासन नरेंद्र सिंह, संयुक्त कृषि निदेशक एसके सिंह, उप निदेशक कृषि डा. आरके मौर्य, एसडीएम सदर अरुण कुमार सिंह, जिला कृषि अधिकारी डा. उमेश कुमार गुप्ता, जिला भूमि संरक्षण अधिकारी संगम सिंह मौर्य, डीआइओ एनआइसी रजनीश श्रीवास्तव, ईडीएम शरद यादव भी थे।

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