सपा-बसपा गठबंधन की सीटों की घोषणा, सदर सीट पर सपा ठोकेगी ताल
आजमगढ़ : प्रदेश की लोकसभा सीटों पर गठबंधन के बाद बहुजन समाज पार्टी की राष्ट्रीय अध्यक्ष मायावती और समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव द्वारा तय की गई सीटों की घोषणा कर दी है। इसमें सपा संरक्षक मुलायम सिंह यादव के संसदीय क्षेत्र आजमगढ़ (सदर) सपा के ही खाते में रहेगी, जबकि लालगंज सुरक्षित लोकसभा सीट बसपा के खाते में गई है। पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्षों द्वारा दोनों सीटों की पार्टीवार निर्धारण के बाद जिले की सियासी हलचल तेज हो गई है।
2014 के लोकसभा चुनाव में सपा संरक्षक मुलायम सिंह यादव भाजपा उम्मीदवार पूर्व सांसद रमाकांत यादव से लगभग 63 हजार के मतों से चुनाव जीते थे। हालांकि तब उनके साथ उनका पूरा कुनबा था। उनके छोटे भाई शिवपाल सिंह यादव, सांसद धर्मेंद्र यादव ने तो जिले में डेरा ही डाल दिया था। वर्तमान में केंद्र और प्रदेश में भाजपा की सरकार है। ऐसे में मंथन के बाद भाजपा भी किसी भी सूरत में आजमगढ़ सीट पर जीत दर्ज करने के लिए अंतिम समय तक कोई भी निर्णय ले सकती है। हालांकि कई नामों की चर्चा चल रही है। अभी पिछले दिनों कई प्रांतों में हुए विधानसभा चुनाव के बाद कांग्रेस की सरकार बनाने में सपा-बसपा ने भी साथ दिया। अब सपा-बसपा गठबंधन के बाद कांग्रेस अकेले चुनाव लड़ेगी। कुछ इसी प्रकार की स्थिति लोकसभा सीट लालगंज की है, जहां से भाजपा की नीलम सोनकर सांसद हैं, उन्होंने सपा के बेचई सरोज का लगभग 63 हजार मतों से पराजित किया था। अभी प्रत्यशियों की घोषणा नहीं की गई है।

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