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प्रधानमंत्री राजनीति कर रहे हैं, देश की सुरक्षा की चिंता नहीं है - हवलदार



आजमगढ़ : पुलवामा हमले में 42 जवान शहीद होने के बाद एक बार फिर सोमवार को मेजर चित्रेश विष्ट सहित चार और सैनिकों के शहीद हो गए। जिसको लेकर समाजवादी पार्टी की तरफ से शहीदों को नमन व श्रद्धांजलि अर्पित करने के लिए सपा कार्यालय पर बैठक हुई। वहाॅ उपस्थित लोगों ने दो मिनट का मौन रखकर शहीदों को श्रद्धांजलि अर्पित किया। जिलाध्यक्ष हवलदार यादव ने कहा उन लोगों ने मातृभूमि व देश के सम्मान के लिए अपने प्राणों की आहूति दिया है। लेकिन दुख के साथ यह बात कहनी पड़ रही है कि 14 फरवरी की घटना जिसमें 42 सैनिक शहीद हुए थे। तब प्रधानमंत्री व गृहमंत्री जी ने यह दावा किया था उसका माकूल जवाब दिया जाएगा लेकिन रोज हमारे सैनिक शहीद हो रहे हैं। केन्द्र सरकार ने अभी तक कोई माकूल जवाब नहीं दिया। प्रधानमंत्री जी ने 25.05.2012 को मुम्बई में एक कार्यक्रम में तत्कालीन प्रधानमंत्री डा0मनमोहन सिंह से सवाल किया था कि सीमाओं पर बीएसएफ, सीआरपीएफ, सेना और तमाम सुरक्षा एजेंसियां लगी हुई हैं। थल सेना, जल सेना, वायु सेना इनके पास हैं, तब कैसे आतंकवादी देश में घुसपैठ करके सैनिकों को मारते हैं। उस समय मोदी ने यह भी कहा था कि आतंकवादियों को हथियार व गोला बारूद खरीदने के लिए पैसे का ट्रांजैक्शन कैसे हो रहा है। उस ट्रांजैक्शन को रोकना चाहिए। इंटेलिजेंस व तमाम सूचना विभाग इनके पास है। चाहते तो इन्ट्रेप्ट कर उनकी बात को रोक सकते थे। मोदी ने तत्कालीन प्रधानमंत्री से यह भी सवाल किया था कि जब हमारे देश में इतने वीर सैनिक हैं तो सैनिक आतंकवादियों द्वारा हमले में कैसे शहीद हो रहे हैं। उन्होने कहा था कि देश की सरकार के प्रधानमंत्री में दम नहीं है कि वह देश की सुरक्षा नहीं कर सकते। देश की सुरक्षा के लिए 56 इंच का सीना चाहिए वो मनमोहन सिंह में नहीं है।
 समाजवादी पार्टी के लोग प्रधानमंत्री मोदी जी से सवाल करते हैं कि सब कुछ आपके हाथ में है लेकिन आपकी सत्ता आने के बाद से बार-बार हमले हो रहे हैं और उसमें भारी संख्या में सैनिक शहीद हो रहे हैं। आपका 56 इंच का सीना कहाॅ गया। देश में गरीबों, किसानों, मजलूमों के बच्चे जो सेना में हैं रोज शहीद हो रहे हैं उनके बच्चे अनाथ हो रहे हैं। माॅ-बाप का सहारा छूट रहा है। परिवार बर्बाद हो जा रहे हैं लेकिन आप घूम-घूम कर 2019 की तैयारी के सिलसिले में पुनः सत्ता में आने के लिए बेचैन होकर के मिटिंग कर रहे हैं। जवानों के शहीद होने का आपको गम नहीं है। आपकी पार्टी में इतनी इंसानियत नहीं है कि देश की सीमाओं पर सैनिक शहीद हो रहे हैं और आपके सांसद व दिल्ली के प्रदेश अध्यक्ष मनोज तिवारी एक कार्यक्रम में ठूमके लगा रहे हैं। देश की जनता मर्माहत है लेकिन लगता है कि आपका 56 इंच का सीना सिकुड़ गया है और आप की बातों में कोई दम नहीं रह गया है। आप घटनाओं पर राजनीति कर रहे हैं आपको देश की सुरक्षा की चिंता नहीं है आपको 2019 के चुनाव की चिंता है। इस अवसर पर चन्द्रजीत यादव, राजेश यादव गेलवारा, लालसा राम, रामकुॅवर यादव, रणजीत राजभर, कासिफ शाहीद, देवसी प्रसाद, गुल्लू, अशोक यादव, प्रहलाद, महेन्द्र चैहान, रिंकू यादव, सीयाराम कन्नौजिया, पवन यादव आदि थे।

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