कमिश्नर ने मण्डलीय चिकित्सालय के औचक निरीक्षण के दौरान अनुपस्थित 9 कर्मचारियों का वेतन रोकने का दिया निर्देश
कोरोना महामारी के दौरान नाॅन कोविड मरीजों को निर्बाध्य रूप से समुचित इलाज की सुविधा उपलब्ध कराये जाने के उद्देश्य से मण्डलीय जिला चिकित्सालय को नाॅन कोविड अस्पताल घोषित किया गया है। मण्डलायुक्त ने सबसे पहले एक्स-रे कक्ष का निरीक्षण किया गया, जहां उपस्थित टेक्नीशियन द्वारा अवगत कराया गया कि एक्से-रे मशीन क्रियाशील है तथा प्रतिदिन 40-45 मरीजों के एक्स किये जाने हैं। कोविड-19 के दृष्टिगत चेस्ट एक्स-रे से सम्बन्धित मरीजों के बारे में बताया गया कि प्रतिदिन ऐसे 12-14 मरीजों का एक्स-रे होता है। सीटी स्कैन कक्ष के निरीक्षण के दौरान वहां उपस्थित कर्मचारी द्वारा अवगत कराया गया कि प्रतिदिन औसतन 15 से 20 मरीजों का रेफरल के रुप में सीटी स्कैन किया जा रहा है, जिसमें से प्रायः 7-8 मरीज चेस्ट इन्फेक्शन से सम्बन्धित होते हैं।
कमिश्नर ने मुख्य चिकित्साधिकारी तथा प्रमुख चिकित्सा अधीक्षक डा. अनूप कुमार सिंह को निर्देशित किया गया कि जो भी चेस्ट इन्फेक्टेड मरीज पाये जाते हैं उनके त्वरित इलाज के लिए आवश्यक प्रबन्ध सुनिश्चित किया जाय। मण्डलायुक्त ने अस्पताल में क्रियाशील हुए सीटी स्कैन का व्यापक रूप से प्रचार-प्रसार कराये जाने पर जोर देते हुए कहा कि शहर से लेकर गांव-गांव इसका प्रचार कराया जाय ताकि अधिक से अधिक मरीज इसका लाभ ले सकें। निरीक्षण के दौरान बन्द पड़े एक कक्ष के सम्बन्ध में पूछे जाने पर मुख्य चिकित्साधिकारी डा. एके मिश्र द्वारा अवगत कराया गया कि यह एनएचएम के अन्तर्गत निर्मित कक्ष है तथा नामित सर्विस प्रोवाइडर द्वारा अभी तक नही खोला गया है। मण्डलायुक्त ने निर्देश दिया कि जिलाधिकारी के संज्ञान में लाकर तत्काल कक्ष को खुलवाने हेतु आवश्यक कार्यवाही सुनिश्चित की जाय।
महिला वार्ड एवं जनरल वार्ड का निरीक्षण किया गया वार्ड में आक्सीजन कन्सेन्ट्रेटर द्वारा मरीजों को आक्सीनज सप्लाई दिया जाना पाया गया। परन्तु वार्ड की खिड़की की जाली टूटी पाये जाने पर मण्डलायुक्त ने निर्देशित किया कि इसे तत्काल ठीक करा लिया जाय। निरीक्षण के समय उपस्थित पैथालोजिस्ट डा. अज़हर से अस्पताल में तैनात लैब टिक्नीशियन की उपस्थिति के सम्बन्ध में पूछे जाने पर ज्ञात हुआ कि दो दिनों से कई एलटी (लैब टेक्निशियन) उपस्थित नहीं हैं। मण्डलायुक्त ने इस स्थिति पर सख्त नाराजगी व्यक्त किया तथा 21 व 22 मई को अनुपस्थित कुल 9 एलटी हरिनन्दन राम, ओमप्रकाश यादव, ए.के. शुक्ल, मनोज यादव, अमित यादव, अजय पाण्डेय, जयशंकर चैहान, कन्हैया लाल तथा अविनाश श्रीवास्तव का दो दिन के वेतन काटने का निर्देश दिया। उन्होंने पैथालोजिस्ट को निर्देशित किया कि लैब में किये टेस्टिंग व प्रति एलटी द्वारा किये गये टेस्ट के सम्बन्ध प्रतिदिन का रिपोर्ट कार्ड उपलब्ध करायें।
कोविड टेस्ट कराने आये व्यक्तियों द्वारा कोरोना की जाँच कर रहे एलटी को शराब के नशे में होना बताया गया। मण्डलायुक्त ने शिकायत को गंभीरता से लेते हुए सीएमओ को निर्देशित किया कि उक्त एलटी का तत्काल मेडिकल कराकर जाँच रिपोर्ट प्रस्तुत करें तथा शिकायत सही होने पर सम्बन्धित एलटी की संविदा तत्काल समाप्त करें। मण्डलायुक्त ने अस्पताल के निरीक्षण में पाई गयी खामियों पर नराजगी व्यक्त करते हुए सीएमओ व प्रमुख चिकित्सा अधीक्षक से कार्यों में लापरवाही व स्टाफ पर प्रभावी नियंत्रण न होने के सम्बन्ध स्पष्टीकरण प्रस्तुत करने का निर्देश दिया। इसके साथ ही उन्होंने प्रमुख चिकित्सा अधीक्षक को प्रतिदिन अस्पताल का दो बार भ्रमण करने हेतु भी निर्देशित किया।

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