फर्जी दस्तावेज के सहारे नौकरी करने वाले 50 शिक्षक हुए बर्खास्त
आजमगढ़ : जिले में फर्जी दस्तावेजों के सहारे परिषदीय विद्यालयों में दशकों तक नौकरी करने वाले 50 शिक्षकों को बर्खास्त कर 48 पर मुकदमा दर्ज कराया जा चुका है तथा दो शिक्षकों पर खंड शिक्षा अधिकारियों को एफआईआर दर्ज कराने को कहा गया है। वर्ष 2018 में शिक्षा विभाग में फर्जी शैक्षिक प्रमाण पत्रों के सहारे जब नौकरी करने वाले अध्यापकों का मामला सामने आना शुरू हुआ तो सरकार ने एसटीएफ को जांच सौंप दी। एसटीएफ ने जांच शुरू की जिसमें तीन शिक्षक को पकड़ा। इसके साथ एसआईटी व जिला सर्तकता समिति जांच में अब तक कुल 50 शिक्षक फर्जी पाये गये है। अब तक कई शिक्षकों को पुलिस ने जेल भी भेज दिया है।
जिला बेसिक शिक्षा अधिकारी अंबरीष कुमार का कहना है कि किसी भी फर्जी शिक्षकों को बख्शा नहीं जाएगा। अभिलेखों के सत्यापन में फर्जी मिले शिक्षकों की सेवा समाप्ति और उनके खिलाफ एफआईआर दर्ज कराने की कार्रवाई जारी है। मुकदमा दर्ज कराने के बाद फर्जी शिक्षकों से उनके आहरित वेतन की रिकवरी को लेकर भी वित्त लेखाधिकारी को निर्देश दिए गए हैं।
उन्होंने बताया कि मार्टीनगंज व हरैया के प्राथमिक विद्यालयों में तैनात रहे दो और शिक्षकों के खिलाफ एफआईआर दर्ज कराने के लिए खंड शिक्षा अधिकारियों को आदेश पारित कर दिया गया है। अब तक 50 फर्जी शिक्षकों को बर्खास्त किया जा चुका है। वहीं 48 पर मुकदमा हो चुका है। दो शिक्षकों पर भी जल्द एफआईआर हो जाएगी। रिकवरी की कार्यवाही भी चल रही है।
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