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बायोमैट्रिक क्लोनिंग कर बैंक खातों से लाखों उड़ाने वाले दो अपराधी गिरफ्तार

  


आजमगढ़ : बिलरियागंज थाना क्षेत्र के उकारा गांव स्थित पूर्वांचल एक्सप्रेस-वे के पास से साइबर थाने की पुलिस व स्वाट टीम ने रविवार की सुबह साइबर क्राइम को अंजाम देने वाले दो बदमाशों को गिरफ्तार कर लिया हैं। ये बदमाश धोखे से लोगों की उंगलियों की क्लोन बनाकर गाढ़ी मशक्कत से कमाए धन को बैंक खातों से निकाल लेते थे। मऊ, गाजीपुर समेत कई जिलों में साइबर क्राइम को अंजाम दे चुके हैं।

रौनापार थाना क्षेत्र के चालाकपुर गांव निवासी मनोज कुमार सोनकर के बैंक खाते में पड़े 1.77 लाख रुपये बदमाशों ने निकाल लिए। साइबर क्राइम थाने में केस दर्ज हुआ तो पुलिस सक्रिय हो उठी। आज रविवार की सुबह साइबर थाने की पुलिस व स्वाट टीम ने उकारा गाँव में पूर्वाचल एक्सप्रेस-वे के पास घेराबंदी कर दो साइबर अपराधियों को पकड़ लिया है। पकड़े गए अपराधियों ने अपना नाम मनोज सरोज व उमेश सरोज निवासी ग्राम पटवध कौतुक थाना बिलरियागंज बताया है।

 मनोज ने बताया कि स्पाई कैमरा एवं मोबाइल फोन से ग्राहक सेवा केंद्रों में जाकर रजिस्टर में लगे अंगूठे की फोटो खींचने के साथ तहसीलों में जमा स्टांप पेपर से उनके अंगूठे का निशान, आधार कार्ड का डिटेल लेकर उंगलियों के क्लोन तैयार करते हैं। उसके बाद एपीएस (आधार एनेबल पेमेंट सिस्टम) से क्लोन फिगर के जरिए आधार कार्ड से लिक बैंक खातों से रुपये निकाल लेते हैं। बैंकिग साफ्टवेर से अपनी पहचान छिपाने को कंटेंट लेंस का प्रयोग करते हैं, ताकि हमारे आंख का रेटिना स्कैन करके ओरीजनल आधार कार्ड लिक न हो पाए। बदमाशों के पास से दो लैपटाप, फिंगर प्रिंट तैयार करने का उपकरण, तीन रबड़ सीट, सीट वाशिग केमिकल, बटर पेपर पर बने हुए फिंगर प्रिंट एवं प्लेन सीट, स्पाई कैमरा, छह रेटिना लेंस, तीन एक्सटरनल हार्ड डिस्क, बने हुए फिंगर प्रिंट क्लोन, फर्जी प्रिंट आधार कार्ड, तीन मोबाइल फोन, बुलेट बाइक, 13400 नकदी आदि बरामद हुए हैं। अब तक करीब 12 लाख की धोखाधड़ी कर चुके है तथा 50 से अधिक क्लोन भी किये गये है जिनकी जाँच की जा रही है।

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