Breaking Reports

आजमगढ़ में सपा की बढ़ सकती हैं मुश्किलें, बसपा को इस पार्टी ने दिया समर्थन


आजमगढ़ : लोकसभा उपचुनाव में राष्ट्रीय उलेमा काउंसिल ने बसपा (BSP) को समर्थन देने का ऐलान किया है। राष्ट्रीय उलेमा काउंसिल की बसपा से गठबंधन से शाह आलम (Shah Alam) उर्फ गुड्डू जमाली को फायदा मिलेगा। सोमवार को बसपा प्रत्याशी गुड्डू जमाली व राष्ट्रीय ओलमा कौंसिल के राष्ट्रीय प्रवक्ता तलहा रशादी द्वारा संयुक्त प्रेसवार्ता में इस बात की जानकारी दी गई।

प्रवक्ता तलहा रशादी ने कहा कि राष्ट्रीय उलेमा कौंसिल इस चुनाव में भाग नही ले रही है और हम तटस्थ थे। लेकिन पिछले चंद दिनों में जिस प्रकार से भाजपा व सपा द्वारा तुष्टीकरण और ध्रुवीकरण का माहौल बनाया जा रहा है। पूरे आजमगढ़ में दोनों दलों के बाहरी नेताओं ने जमघट लगाया हुआ है इससे एक बार फिर ये साफ है कि सपा-भाजपा दोनों दलों के लिए इस चुनाव में स्थानीय विकास कोई मुद्दा ही नहीं है। साथ ही बाहरी प्रत्याशियों को लड़ाकर दोनों दल आजमगढ़ को पॉलिटिक्ल टूरिज्म का अड्डा बना रहे हैं। क्या आजमगढ़ में कोई ऐसा नेता नहीं है, इन दलों के पास जो आजमगढ़ का नेतृत्व कर सके?

समाजवादी पार्टी (Samajwadi Party) पर पलटवार करते हुए गुड्डू जमाली ने कहा कि सपा के कोई नेता बाकी नहीं हैं। सारे आ गए हैं, अगर कोई बाकी हो तो उसे भी बुला लें। कल को हारने के बाद यह ना कहें कि कोई रह गया था। उन्हें तो हारना ही है, यह हंड्रेड परसेंट स्योर है। उन्होंने कहा कि जिस 5 परसेंट वोट पर वह अपना बताते हैं। उसमें से भी तीन परसेंट वोट तो बीजेपी को जाता है फिर कैसे वह अपना वोट कहते हैं। 2009 में गठित राष्ट्रीय उलमा काउंसिल जिले के मुस्लिम मतदाताओं पर अपनी पकड़ रखती है। अब देखना है इसका कितना फायदा बसपा प्रत्याशी को मिलता है।

No comments