Breaking Reports

पूर्व विधायक सर्वेश सिंह सीपू हत्याकांड का आरोपित लुधियाना में गिरफ्तार, 10 साल बाद मिली कामयाबी



लखनऊ : पूर्व विधायक सर्वेश सिंह सीपू हत्याकांड में फरार चल रहे एक लाख के इनामी अरविंद कश्यप को यूपी एसटीएफ वाराणसी यूनिट की टीम ने शुक्रवार की सुबह गिरफ्तार कर लिया। अरविंद की गिरफ्तारी पंजाब प्रांत के लुधियाना शहर के डाबा क्षेत्र से की गई है। पूर्व विधायक हत्याकांड में कुख्यात ध्रुव कुमार सिंह समेत अन्य अभियुक्त को आजीवन कारावास की सजा सुनाई जा चुकी है। जिसमें अरविंद भी शामिल था और फरार चल रहा था।

पूर्व विधायक सर्वेश सिंह सीपू 19 जुलाई 2013 की सुबह अपने मित्र भरत राय के साथ किसी काम से जीयनपुर कोतवाली पर गए थे। जहां वे तत्कालीन कोतवाल से मिलने के बाद पैदल ही वापस लौट रहे थे। जैसे ही जीयनपुर चौक के पास स्थित अपने आवास की तरफ बढ़े थे कि बाइक सवार बदमाशों ने ताबड़तोड़ कई राउंड फायर कर पूर्व विधायक सर्वेश सिंह की हत्या कर दिया। उनके साथ मौजूद मित्र भरत राय की भी मौके पर ही मौत हेा गई। पूर्व विधायक की हत्या के बाद पूर कस्बे में आक्रोश नजर आने लगा। बाजार तुरंत ही बंद हो गई और तत्कालीन जीयनपुर कोतवाल पर कस्बावासी गंभीर आरोप लगाते हुए कोतवाली पर टूट पड़े।

परिणाम यह हुआ कि जनता व पुलिस के बीच गुरिल्ला युद्ध सा शुरू हो गया। कस्बा व थाने के पास काफी संख्या में पुलिस के वाहनों के साथ ही कई ट्रकों को भी आग के हवाले कर दिया गया। जीयनपुर चौक पर पुलिस व पब्लिक आमने सामने हो गई। जिसमें पुलिस की तरफ से की गई फायरिंग में कई लोग घायल हुए, जिसमें दो की इलाज के दौरान मौत तक हो गई। इस मामले में पूर्व विधायक के बड़े भाई संतोष सिंह टीपू ने कुख्यात अपराधी ध्रुव कुमार सिंह उर्फ कुंटू सिंह समेत उसके गैंग के लोगों को नामजद किया। जिसमें अरविंद कश्यप निवासी चकिया कसरावल थाना मेंहनगर भी शामिल है।


सीपू हत्याकांड के बाद ही कुंटू सिंह बड़े स्तर पर चर्चा में आया और शहर कोतवाली पुलिस ने उसे गिरफ्तार किया। लगभग नौ साल तक चले मुकदमें के बाद कुख्यात कुंटू सिंह समेत सात लोगों को कोर्ट ने 17 मई  2022 को आजीवन कारावास की सजा सुनाया। अरविंद कश्यप को छोड़ सभी आरोपी जेल की सलाखों के पीछे है। अरविंद की गिरफ्तारी को लेकर एक लाख का इनाम भी घोषित किया गया। जिसे यूपी एसटीएफ की वाराणसी यूनिट ने पंजाब प्रांत के लुधियाना जिले के डाबा क्षेत्र से गिरफ्तार किया। अरविंद पंजाब प्रांत के लुधियाना शहर में भेष बदल कर रह रहा था। उसकी पहचान सुनिश्चत करने के बाद यूपी एसटीएफ ने उसे गिरफ्तार किया। उसे ट्रांजिट रिमांड पर लाने की कवायद में यूपी एसटीएफ टीम जुटी हुई है।



सर्वेश सिंह सीपू पूर्व मंत्री राम प्यारे सिंह के बेटे हैं। राम प्यारे सिंह सपा नेता रहे अमर सिंह के काफी करीबी बताए जाते हैं। पिता की मौत के बाद सर्वेश सिंह सीपू ने पूर्व मंत्री राम प्यारे सिंह की राजनीतिक विरासत को संभाला था। सीपू सिंह 2007 में सपा के टिकट पर पहली बार विधायक बने थे, लेकिन अमर सिंह के सपा से रास्ते अलग होने के बाद सर्वेश सिंह सीपू ने भी पाला बदल लिया था। सपा छोड़ने के बाद सर्वेश सिंह बसपा में शामिल हो गए। बसपा ने 2012 विधानसभा चुनाव में सर्वेश सिंह को आजमगढ़ की सदर सीट से प्रत्याशी बनाया था, जबकि सर्वेश के भाई टीपू सिंह को सगड़ी सीट से प्रत्याशी घोषित किया था, लेकिन सर्वेश और टीपू दोनों भाई 2012 विधानसभा चुनाव में हार गए थे। 2017 के विधानसभा चुनाव में सर्वेश सिंह की पत्नी वंदना सिंह बसपा के टिकट पर सगड़ी की विधायक बनी। 2022 में भाजपा के टिकट पर लड़ी और हार गई।

No comments