Azamgarh Encounter : युवक की हत्या मामले में मुख्य आरोपी पुलिस मुठभेड़ में घायल, दो साथी गिरफ्तार
आजमगढ़ : अहरौला थाना क्षेत्र में शनिवार की सुबह पुलिस की अपराधियों से मुठभेड़ हो गई। इस मुठभेड़ में देवरिया निवासी युवक की हत्या कर शव फेकने की घटना में वांछित एक अभियुक्त पुलिस की गोली से घायल हो गया और उसके दो साथी गिरफ्तार कर लिए गए। घायल को पुलिस ने तत्काल इलाज के लिए जिला अस्पताल भर्ती कराया। मौके से पुलिस ने तमंचा-कारतूस व मृत युवक की कार को भी बदमाशों के पास से बरामद कर लिया है।
देवरिया जिले के मारल थाना अंतर्गत कपरियापार गांव निवासी दुर्गेश मिश्रा का शव बीते 14 अक्तूबर की सुबह अहरौला थाना क्षेत्र में सड़क किनारे झाड़ियों में लहुलुहान हाल में मिला था। राहगीरों ने शव देखा तो सूचना पुलिस को दी थी। सूचना पर पहुंची पुलिस ने शव को अज्ञात में पोस्टमार्टम के लिए भेजवा दिया। सोशल मीडिया के माध्यम से जानकारी होने पर थाने पर पहुंचे परिजनों ने मृतक की पहचान किया था।
परिजनो ने बताया था कि मृतक प्रयागराज में रह कर पढ़ाई करता था और अपने मामा की कार साथ रह कर उसे चला कर अपना भरण पोषण भी करता था। 13 अक्टूबर को वह प्रयागराज से सवारी लेकर कहीं जाने के लिए निकला था। परिजनों ने कार गायब होने की भी बात कहीं। इसके बाद पुलिस ने मुकदमा पंजीकृत कर अपराधियों की पहचान व गिरफ्तारी की कवायद में जुट गई।
शनिवार की सुबह पुलिस को सूचना मिली कि दुर्वासा-गहजी मार्ग पर कार सवार कुछ युवक मौजूद है। जो कार खड़ी है, वह संभवत: देवरिया निवासी युवक की है। इस सूचना पर पुलिस टीम मौके पर पहुंच गई। पुलिस के पहुंचते ही कार सवार युवकों ने पुलिस टीम पर लक्ष्य कर फायर झोंक दिया। पुलिस ने भी जवाबी फायरिंग किया। जिसमें एक बदमाश के पैर में गोली लगी वहीं दो अन्य साथियों को पुलिस ने गिरफ्तार करलिया। पुलिस की गोली से घायल बदमाश की पहचान अंकित सिंह निवासी लहुंआकला थाना कोतवाली देवगांव के रूप में की गई। पकड़े गए उसके साथियों के नाम नवनीत सिंह व निशांत सिंह बताया गया है। पुलिस ने घायल बदमाश को तत्काल इलाज के लिए सीएचसी अहरौला भेजा गया, जहाँ प्राथमिक उपचार के बाद उसे जिला अस्पताल रेफर कर दिया गया। वहीं पकड़े गए अन्य बदमाशों से पूछताछ की कवायद में जुटी है। मौके से पुलिस ने मृत देवरिया निवासी युवक से छीनी गई कार के साथ ही तमंचा व कारतूस भी बरामद किया है।
गिरफ्तार अभियुक्तों ने बताया कि प्रयागराज से दुर्गेश कुमार मिश्र की गाड़ी बुक किया गया, जहां दुर्गेश द्वारा अपने मालिक से 30000 रूपये नगद लिया गया था। रास्ते में मेरे व साथियों द्वारा पैसा व कार को लूटने की प्लानिंग की गयी। 5 लोगो ने मिलकर प्लानिंग की थी, लेकिन उक्त घटना को 4 लोग ही अंजाम दिये थे। उक्त घटना लूट की नियत से की गयी थी, जिसके क्रम में 14 अक्टूबर को (मृतक दुर्गेश कुमार मिश्रा प्रयागराज में गाड़ी चलाता था, जिसकी गाड़ी को 3500 रूपये देकर प्रयागराज से जौनपुर के लिए बुक की गयी थी, जौनपुर पहुंचने के पश्चात अभियुक्तों ने चालक को अतिरिक्त पैसा देकर आजमगढ़ जाने के लिए कहा गया। गाड़ी आजमगढ़ के माहुल अहिरौला मार्ग के बीच पहुँचते ही अभियुक्तों द्वारा एकान्त स्थान पाकर शराब के फूटे हुए बोतल से चालक के गले पर वार कर हत्या कर दी। हत्या के पश्चात शव को बरामदपुर पुलिया के पास फेंक दिया गया था। अभियुक्तों द्वारा चालक के 30 हजार रूपये, एक चार पहिया वाहन, दो एटीएम, आधार कार्ड व मोबाइल लेकर मौके से फरार हो गये।
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