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कौन हैं... आजमगढ़ के नए जिलाधिकारी IAS रविंद्र कुमार, जानिए!

 


आजमगढ़ : सोमवार की देर रात 33 आईएएस अफसरों का तबादला कर दिया। शासन से जारी तबादला सूची के मुताबिक आईएएस रविंद्र कुमार को जिले का नया जिलाधिकारी बनाया गया है। वह अक्तूबर 2023 से अब तक बरेली जिले की जिम्मेदारी संभाल रहे थे। माउंट एवरेस्ट पर चढ़ने वाले देश के एकमात्र आईएएस अधिकारी हैं। ये अच्छे लेखक भी हैं, इन्होने लगभग दर्ज़न भर किताबे लिखी हैं।



2011 बैच के आईएएस अधिकारी रविंद्र कुमार मूल रूप से बिहार के बेगूसराय जिले के चेरिया बरियारपुर के रहने वाले हैं। रविंद्र कुमार ने 1999 में आईआईटी की परीक्षा उत्तीर्ण की, लेकिन उन्होंने शिपिंग (मर्चेंट नेवी) में करियर बनाने का फैसला किया। उन्होंने मुंबई के टीएस चाणक्य से स्नातक की पढ़ाई की और 2002 से 2009 तक मर्चेंट नेवी में कार्य किया। इस दौरान वे चीफ ऑफिसर के पद तक पहुंचे। 2009 में उन्होंने शिपिंग छोड़कर सिविल सेवा की तैयारी शुरू की और 2011 में भारतीय प्रशासनिक सेवा में चयनित हुए।

प्रशासनिक अनुभव

रविंद्र कुमार को शुरू में सिक्किम कैडर आवंटित किया गया, जहां उन्होंने सहायक कलेक्टर, सब-डिविजनल मजिस्ट्रेट (एसडीएम), और एडवेंचर इंस्टीट्यूट के निदेशक जैसे विभिन्न पदों पर काम किया। 2016 में उनका कैडर बदलकर उत्तर प्रदेश हो गया। झांसी, बुलंदशहर, और फर्रुखाबाद जिलों में जिलाधिकारी के रूप में कार्य किया। वे केंद्रीय पेयजल एवं स्वच्छता मंत्री उमा भारती के निजी सचिव भी रहे। 2021 में झांसी के डीएम बनने के बाद 2023 में बरेली के जिलाधिकारी के रूप में कार्यभार संभाला था।

एवरेस्ट फतह का सफर

19 मई 2013 को, रविंद्र कुमार ने पहली बार माउंट एवरेस्ट की चढ़ाई की और इसे सफलतापूर्वक पूरा किया। इसके बाद, 2015 में उन्होंने दूसरी बार इस महान शिखर पर चढ़ाई की। पर्वतारोहण के प्रति उनका यह जुनून 2011 में सिक्किम भूकंप के दौरान बचाव अभियानों की प्रेरणा से शुरू हुआ। स्थानीय पर्वतारोहियों की भूमिका को देखकर उन्होंने पर्वतारोहण सीखने का निर्णय लिया और हिमालय पर्वतारोहण संस्थान, दार्जिलिंग से प्रशिक्षण प्राप्त किया।

एक लेखक

आईएएस रविंद्र कुमार एक अच्छे लेखक भी हैं, इन्होने लगभग दर्ज़न भर किताबे लिखी हैं। इनके द्वारा लिखित किताबें- Coffee Table Book: “Mount Everest”, Many Everests, “एवरेस्ट” सपनों की उड़ान: सिफ़र से शिखर तक, कविता पुस्तक: ‘‘आंतरिक अंतरिक्ष और स्वप्न यात्रा’’, ललक, नई आँखें, इक्कीसवीं सीढ़ी, दृष्टि, अँखियन देखी, दूसरी जंग हैं। 

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