यूपी बोर्ड की परीक्षा में बीते वर्ष के मुकाबले इस बार छात्रों की संख्या में आयी भारी गिरावट
लखनऊ : उत्तर प्रदेश माध्यमिक शिक्षा परिषद की हाईस्कूल और इंटरमीडिएट की परीक्षाएं सात फरवरी से शुरू होकर चार मार्च तक चलेंगी। इस बार पिछले सत्र के मुकाबले नौ लाख छात्रों की कमी आई है।
शिक्षा मंत्री उपमुख्यमंत्री डॉक्टर दिनेश शर्मा ने सोमवार को यह जानकारी देते हुए कहा कि माध्यमिक शिक्षा बोर्ड की परीक्षा में कुल 58 लाख छह हजार नौ सौ बाईस परीक्षार्थी शामिल होंगे।
2018 के मुकाबले अबकी बार नौ लाख 15 हजार आठ सौ छियालीस की कमी आयी है।
इस बार हाईस्कूल में कुल पंजीकृत छात्रों की संख्या इक्कतीस लाख पंचानबे हजार छह सौ तीन है जबकि पिछली बार 36 लाख अभ्यर्थी पंजीकृत हुए थे। वहीं, इंटरमीडिएट में 4 लाख परीक्षार्थी कम हुए हैं। इस बार कुल पंजीकृत छात्रों की संख्या 26 लाख 11 हजार तीन सौ उन्नीस जबकि पिछली बार कुल 30 लाख छात्र पंजीकृत हुए थे। छात्रों की संख्या में कमी, पिछले साल नकल माफिया के खिलाफ सख्त कार्रवाई के कारण है।
शिक्षा मंत्री ने बताया कि बोर्ड की परीक्षा 7 फरवरी से शुरू होगी 4 मार्च को खत्म होगी। यह परीक्षा पहले 2 महीने से अधिक चलती थी। जिसमें कई सौ करोड़ रुपये खर्च होते थे।
इस बार परीक्षा केंद्र ऑनलाइन किये गए हैं। कुल 8354 परीक्षा केंद्र बनाए गए हैं। परीक्षाओं को नकलविहीन बनाने के लिये सभी परीक्षा केन्द्रों पर सीसीटीवी कैमरे और ‘वॉयस रिकॉर्डर’ लगाये गये हैं। उत्तर पुस्तिका बदली न जाये इसके लिए भी कोडिंग की गई है। प्रदेश में कुल 1314 परीक्षा केन्द्रों को संवेदनशील और 448 केन्द्रों को अति संवेदनशील माना गया है।

No comments