मुख्यमंत्री सामूहिक विवाह योजना से वंचित रह गये जोड़ों का आजाद कल्याण समाज सेवा समिति ने कराया विवाह
आजमगढ़ : मेंहनगर थाना क्षेत्र के मठिया पौहारी बाबा मंदिर प्रांगण में आजाद कल्याण समाज सेवा समिति के तत्वावधान में दो जोड़ों का विवाह संपन्न कराया गया। ये जोड़े कागज के अभाव में मुख्यमंत्री सामूहिक विवाह योजना में सम्मिलित नही हो पाये थे।
आजाद कल्याण समाज सेवा समिति लगातार 17 वर्ष दहेज रहित सामूहिक विवाह का आयोजन 10 फरवरी को सुनिश्चित किया गया था। यह सभी शादियां पौहारी बाबा के स्थान पर आजमगढ़, मऊ व गाजीपुर के 21 जोड़ों विवाह संपन्न कराना था। मुख्यमंत्री सामूहिक विवाह योजना के तहत पूरे प्रदेश में युद्ध स्तर पर सामूहिक विवाह का आयोजन 9 फरवरी शनिवार को किया गया था। जनपद में शनिवार को 157 जोड़ों का विवाह संपन्न कराया गया जिसमें आजाद कल्याण सेवा समिति के तत्वाधान से 8 जोड़े भी शामिल थे। जिसमें एक गाजीपुर जिले की रागिनी पुत्री स्वर्गीय हीरालाल थाना सैदपुर ग्राम महुलिया का विवाह तरवां थाना क्षेत्र के दशरथ राम पुत्र कांत आराम से और दूसरी शादी मऊ जिले की आरती ग्राम धरमदास ताजपुर थाना चिरैयाकोट का विवाह तरवा थाना क्षेत्र के सुनील पुत्र लक्ष्मी ग्राम उष्मा पट्टी यह दोनों लोगों का आय, जाति, निवास ना होने के कारण शनिवार को विवाह नहीं हो सका। आज पौहारी बाबा के स्थान पर आजाद कल्याण समाज सेवा समिति रासेपुर के तत्वाधान में दोनों विवाह संपन्न कराया गया।
आजाद कल्याण समाज सेवा समिति के सचिव बृजभूषण रजक ने बताया कि दहेज समाज का कोढ़ है। दहेज लेना दहेज देना दोनों पाप है। बेटा बेटी एक समान होता है।
बेटा ऑन है, तो बेटी सम्मान है। भ्रूण हत्या का मुख्य कारण दहेज ही है। दहेज की वजह से तमाम बहन बेटियां जिंदा जलाई जाती है इसको खत्म करने के लिए समाज के बुद्धिजीवी वर्ग व युवाओं को सामने आना होगा ।
इस अवसर पर मुन्ना लाल यादव सुधा सिंह, अरविंद कुमार, संजय यादव अंशु तिवारी, रविंद्र कुमार शाशि, सुमन, इंदल, विजयशंकर, विपिन आदि लोग उपस्थित रहे।

No comments