हत्याकांड का पर्दाफ़ाश, पत्नी ने प्रेमी के साथ मिलकर की पति की हत्या
आजमगढ़ : सोमवार को थाना सरायमीर की पुलिस व SOG आजमगढ़ की टीम द्वारा मुकेश हत्याकांड का पर्दाफ़ाश किया गया जिसमें मृतक मुकेश की पत्नी, प्रेमी की बहन से कई घण्टे के पूछताछ करने पर अपना जुर्म स्वीकार किया। घटना में शामिल अन्य लोगों धीरेन्द्र, रविन्द्र, वीरेन्द्र, मिथलेश उर्फ कप्पू को बस्ती नहर पुलिया से समय करीब 05:45 गिरफ्तार कर मौके से ली गयी मृतक की मोबाइल, कत्ल के समय प्रयुक्त वाहन व घटना में प्रयुक्त किये गये मोबाइल की बरामदगी की गयी है ।
एसपी प्रो. त्रिवेणी सिंह ने बताया कि 8 मई की शाम मृतक की पत्नी द्वारा पति के गुम होने की सूचना स्थानीय थाने पर दी गई। 9 मई को ग्राम प्रधान ने सूचना दिया की नरईपुर पुल के पास एक व्यक्ति की जली हुई लाश औधे मुह पड़ी है। पुलिस घटनास्थल पर डाग स्क्वाड आदि उपकरण के साथ पहुँच गयी। डाग स्क्वाड थोड़ी दूरी पर जाकर रूक गया। मृतक की मां सुभावती देवी पत्नि स्व0 मख्खू उम्र करीब 62 निवासी असाढ़ा थाना सरायमीर द्वारा एफआईआर दर्ज कराया गया।
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हत्या में साथ देने वाले युवक |
एसपी ने बताया कि हत्या का कारण अवैध सम्बन्ध प्रकाश में आया। जिसमें मृतक मुकेश की पत्नी कुसुम का सम्बन्ध कलन्दर राम पुत्र मुन्नीलाल निवासी उवारसेपुर थाना दीदारगंज से है। कलन्दर घर पर आने जाने लगा पड़ोस के लोग विरोध किये तो पंचायत हुई, जिसमें आने जाने पर प्रतिबन्ध लगा दिया। प्रतिबंध प्रेमी- प्रेमिका सहन नही कर सके। फरवरी माह में कुसुम के घर पर शादी थी वहाँ पर कलन्दर व कलन्दर की बहन शकुन्तला मौजूद थी। वहीं पर कुसुम के पति को मारने का प्लान बना। बाद में सभी लोग शकुन्तला के घर पर इकठ्ठा हुए और मुकेश के मारने के प्लान बनाया जिसमें सभी लोग तैयार थे। 05 मई 2020 को हत्या करने के इरादे से निकले परन्तु आंधी पानी आने के वजह से प्लान टल गया। पुनः कुसुम ने प्रेमी से मिलकर प्लान बनाया, जिसमें कुसुम ने अपने पति को सब्जी लेने को कहकर भेजा जैसे ही लाल पोखरा पर मुकेश पहुँचा। सभी लोग पहले से ही समय करीब 06.30 बजे मौजूद थे। मुकेश को बुलाकर तेरही खाने का भरोसा दिलाकर टैम्पो में बैठा लिये। इस बीच प्रेमी कलन्दर व प्रेमिका कुसुम में गोपनीय नम्बर पर मोबाइल से वार्ता चलती रही। मुकेश को ले जाकर छित्तेपुर बाजार में दारू पिया और पिलाया और अंधेरा होने का इन्तजार करने लगे। रात्रि करीब 08:30 बजे पास तेजपुर मघई नदी पर कमालपुर/असाढ़ा नदी के पुल के पास टैम्पो रोककर मुकेश को नीचे उतारा और गमछा से गर्दन दबाने में सभी टूट पड़े और मरा हुआ समझकर झाड़ी में छिपा दिया। फिर सभी टैम्पो के पास आ गये। पुनः विरेन्द्र और कलन्दर छिपाये हुए झाड़ी के पास पहुँचकर चाकू से पीछे गर्दन पर वार किये जिससे मृत्यु हो गई और प्रेमी द्वारा मोबाइल पर मौत का पूरा वाक्या मोबाइल चालू कर प्रेमिका को उसके पति की मृत्यु के समय चीख को सुनाता रहा। जब पत्नी को मालूम हुआ कि काम हो गया है तो उसने जाल फैलाना शुरू कर दिया। रात्रि में ही योजना के अनुसार प्रधान के पास गई और पति के गायब होने की सूचना दिया। रात्रि में प्रधान द्वारा सूचना पर पुलिस पहुँच कर सबको लेकर खोजबीन किया और सूचना लिखित देने के कहा गया। 8 मई की शाम को आकर थाना पर सूचना देकर गुमशुदगी अंकित कराया और मिडिया से मिलकर पेपर में निकलवाया और जैसे ही सूचना लाश की मिली तो वहाँ से अपने प्रेमी के साथ घर से निकल गई। सूचना मिलने पर जो लोग पंचायत में भाग लिये थे उनकों फंसाने की योजना में लगी रही। पुलिस द्वारा तत्परता व सतर्कता से पूछताछ करने पर काफी प्रयास के बाद व सर्विलांश / मोबाइल वार्ता क्रम में अपना जुर्म स्वीकार कर लिया।
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घटना में शामिल अपराधियों का नाम कुसुम पत्नी मृतक मुकेश, कलन्दर पुत्र मुन्नी लाल निवासी वारसेपुर थाना दीदारगंज (कुसुम का प्रेमी), शकुन्तला पत्नी सुरेन्द्र निवासी ऊदपुर थाना फूलपुर (प्रेमी की बहन), टैम्पू चालक रविन्द्र उर्फ छोटू पुत्र कान्ता निवासी ऊदपुर थाना फूलपुर 25000 रु0 की लालच में हत्या में शामिल हुआ।, विरेन्द्र उर्फ करिया, धीरेन्द्र पुत्रगण कान्ता निवासी ऊदपुर, मिथलेश उर्फ कप्पू पुत्र राम मिलन निवासी महाराजपुर थाना सरायमीर पैसे की लालच में हत्या में शामिल हुए।
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