जिला अस्पताल में प्लेटलेट मशीन का उद्घाटन, निजी हॉस्पिटल में होने वाला ₹9 हजार का इलाज होगा मुफ्त
आजमगढ़ : मण्डलीय जिला चिकित्सालय में बुधवार को जिलाधिकारी रविन्द्र कुमार ने राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन, उ.प्र. लखनऊ द्वारा प्रदत्त सिंगल डोनर प्लेटलेट एफरेसिस मशीन का फीता काटकर उद्घाटन किया। इस दौरान जिलाधिकारी ने कहा कि मशीन चालू होने से मरीजों को अब अत्याधुनिक सुविधा प्राप्त होगी और प्लेटलेट की कमी वाले मरीजों को तेजी से राहत मिलेगी।
जिलाधिकारी ने बताया कि पहले प्लेटलेट देने के लिए 6 से 8 व्यक्तियों का ब्लड लेना पड़ता था, लेकिन नई मशीन से केवल एक व्यक्ति के ब्लड से पर्याप्त प्लेटलेट निकल कर तुरंत उसी व्यक्ति को वापस दिया जाएगा। इससे मरीज और रक्तदाता दोनों को इन्फेक्शन का खतरा नहीं रहेगा। डोनर की कम आवश्यकता होगी और सबसे बड़ा लाभ यह है कि डोनर 72 घंटे के अंदर दोबारा ब्लड डोनेट कर सकेंगे, जबकि सामान्य प्रक्रिया में 3 महीने का समय लगता है।
जिलाधिकारी ने कहा कि अगस्त 2025 में मण्डलीय चिकित्सालय में सीटी स्कैन मशीन और यह प्लेटलेट मशीन दोनों सुविधा के रूप में उपलब्ध हुई हैं। उन्होंने चिकित्सालय कर्मियों को निर्देश दिए कि मशीन सतत कार्य करती रहे और गरीब व पात्र व्यक्तियों को निःशुल्क सुविधा उपलब्ध कराई जाए। मीडिया से उन्होंने अपील की कि मशीन से होने वाले लाभ के बारे में जनता को जागरूक करने में सहयोग करें। जिलाधिकारी ने सभी जनपदवासियों को बधाई देते हुए कहा कि यह मशीन स्वास्थ्य सेवाओं में एक बड़ा कदम है और मरीजों की सुविधा एवं सुरक्षा के लिए महत्वपूर्ण साबित होगी।
प्रमुख अधीक्षक ने बताया कि सरकारी चिकित्सालयों में मशीन का उपयोग निशुल्क रहेगा, जबकि प्राइवेट चिकित्सालय और नर्सिंग होम में शुल्क 9500 रुपये निर्धारित किया गया है। वरिष्ठ न्यूरो सर्जन डा. अनूप यादव ने इसे मरीजों के लिए वरदान बताया। मशीन से संबंधित प्रशिक्षण शुभम शुक्ला और अखिलेश तिवारी द्वारा दिया गया।
कार्यक्रम में डा. वी.के. सिंह, डा. ओम प्रकाश सिंह, डा. अब्दुल अजीज, डा. अनूप यादव, डा. जे.पी. सिंह सहित चिकित्सालय के वरिष्ठ अधिकारी उपस्थित रहे। समाजसेवी संस्थाओं और प्रशिक्षणार्थियों ने भी कार्यक्रम को सफल बनाने में योगदान दिया।
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