मन्दिर से अष्टधातु की मूर्ति लूट का पर्दाफ़ाश, विदेश में बेचने की तैयारी कर रहे 06 गिरफ्तार
आजमगढ़ : मुबारकपुर थाना क्षेत्र में स्थित रामजानकी मन्दिर के पुजारी जयंत तिवारी पुत्र स्व0 शारदा तिवारी ग्राम मिठ्ठापुर थाना जीयनपुर ने थाना मुबारकपुर पर सूचना दर्ज करायी कि दिनांक 24/25 मई 2020 को रात को अज्ञात लुटेरों ने मुझे बन्धक बनाकर हाथ पैर बांधकर मन्दिर में स्थापित प्राचीन बहुमुल्य मूर्तियो को असलहे की नोक पर लूट लिया था। जिसके सम्बन्ध में स्थानीय थाने पर अज्ञात के खिलाफ मुकदमा पंजीकृत कर विवेचना प्रारम्भ की गयी।
आज बुधवार को मुबारकपुर पुलिस एवं स्वाट टीम के द्वारा मुखबिर की सूचना पर गूजरपार पुल के पास से हल्की पुलिस मुठभेड़ के बाद उक्त घटना के आरोपी शौरभ गुप्ता उर्फ पांचू गुप्ता पुत्र चन्द्र प्रकाश गुप्ता निवासी कस्बा कप्तानगंज थाना कप्तानगंज, अनिल सोनकर पुत्र सन्तू सोनकर निवासी जमीलपुर थाना महराजगंज, सूरज गुप्ता पुत्र सुभाष चन्द्र गुप्ता निवासी कप्तानगंज बाजार थाना कप्तानगंज, रविन्द्र निषाद पुत्र श्यामप्रीत निवासी बड़सरा आयमा थाना कप्तानगंज, परमजीत चौहान पुत्र स्व. दीपचन्द्र चौहान निवासी भलुवई थाना बिलरियागंज को गिरफ्तार किया गया। जिनके कब्जे से पुलिस टीम पर फायर किये गये 02 तमंचा, 02 खोखा कारतूस एव 02 जिन्दा कारतूस 315 बोर तथा दिनांक 24/25 मई की रात रामजानकी मन्दिर मुबारकपुर से लूटी गयी अष्टधातु की करोड़ो रूपये की राधा, कृष्ण, बलराम, राम, जानकी जी, की मूर्तिया बरामद की गयी। गिरफ्तारी के दौरान जब पुलिस द्वारा अपराधियों को रोक टोक किया गया तो उनके द्वारा पुलिस टीम पर जान से मारने की नियत से फायर किया गया। पुलिस टीम द्वारा हमले से अपना सफल बचाव करते हुए गिरफ्तारी की गयी। मुठभेड़ के दौरान तीन अपराधी विपिन मौर्या पुत्र श्याम नरायण मौर्या निवासी बनकटा थाना तहबरपुर, पिन्टू वर्मा पुत्र चन्द्रप्रकाश वर्मा निवासी पुरानी बाजार कस्बा कप्तानगंज व राजेन्द्र निषाद पुत्र स्व. रामअवध निषाद निवासी खीरी डीहा थाना कप्तानगंज अपनी क्विड कार से भागने में सफल रहे। गिरफ्तार अपराधियों की पूछताछ के बाद घटना में शामिल रीता सोनकर पत्नी रामजनम निवासी नूरपुर बुतात थाना मुबारकपुर को उसके घर से पुलिस अभिरक्षा में लिया गया है।
पूछताछ में यह तथ्य प्रकाश में आया कि अपराधी अनिल सोनकर को लूटी गयी मूर्तियो की यह ख्याति जानकारी में आयी कि मूर्तिया चावल को अपनी तरफ आकर्षित करती है, बहुत पुरानी एवं ऐतिहासिक तथा अष्टधातु की होने से बहुमूल्य है। जिसकी विदेशी तस्कर करोड़ो में कीमत देते है। इसी से उसके दिमाग में इन्हें चुराने की बात दिमाग में आयी और वह अपनी मामी रीता सोनकर के यहां मुबारकपुर गया। जिससे मूर्तियो द्वारा चावल के आकर्षित करने की बात का परीक्षण कराया और अपनी अन्य साथियों के साथ इसकी योजना बनायी। घटना के दिन अभियुक्तगण सौरभ, अनिल, विपिन मौर्या, राजेन्द्र एवं पिन्टू वर्मा असलहे के साथ मन्दिर गये और पुजारी को बांधकर मूर्तिया लूटकर साथ लायी क्विड कार से मूर्तियाँ ट्यूब में टेप से पैक कर, लेकर फरार हो गये। घटना में शामिल अन्य अपराधी रैकी करने, घटना को कारित करने एवं संसाधन उपलब्ध कराने के साथ बिक्री के लिये नेटवर्क बनाने में शामिल रहे है ।
उक्त घटना का पर्दाफ़ाश करने वाली पुलिस टीम को पुलिस उप महानिरीक्षक द्वारा 50,000 रुपये नगद पुरस्कार दिये जाने व पुलिस अधीक्षक द्वारा पुलिस टीम को डी0जी0 प्रशंसा चिन्ह दिये जाने हेतु प्रस्ताव की अनुशंसा की गयी।
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