प्रेमिका के साथ बलात्कार करके हत्या करने वाला प्रेमी गिरफ्तार
आजमगढ़ : मुबारकपुर थाना क्षेत्र के पुषड़ा खालसा निवासी अवधमुनी गोड़ पुत्र रामधारी की पुत्री निशा गोड़ को शुभम गोड़ पुत्र चन्द्रभान गोड़ निवासी बनकट जगदीशपुर थाना कप्तानगंज घर से बीते 15 अगस्त की रात को भगाकर ले गया और ताराबान पोखरे पर निशा की मांग में सिन्दूर भरा उसके साथ उसके मामा बिन्दू गोड़ पुत्र रामजनम निवासी पुषडा खालसा व साथ अन्य व्यक्ति नाम पता अज्ञात थे। लड़की को मार कर तथा उसका बलात्कार कर पोखरे में फेंक दिये व लाश बरामद हुई। पिता की तहरीर पर पुलिस ने मुकदमा पंजीकृत कर तालाश शुरू कर दी।
आज बुधवार को प्रभारी निरीक्षक मुबारकपुर अखिलेश कुमार मिश्र व उ0नि0 कृष्ण प्रजापति व उनकी टीम द्वारा उपरोक्त मुकदमें से सम्बन्धित आरोपी शुभम गोड़ पुत्र चन्द्रभान गोड़ को बस स्टेशन आजमगढ़ से गिरफ्तार किया गया। गिरफ्तार आरोपी से पूछताछ में यह तथ्य सामने आया कि आरोपी शुभम गोड़, निशा गोड़ से कई वर्षो से फोन पर बात करता था। और उसके साथ प्रेम प्रसंग था। निशा मुम्बई में अपने माता-पिता के साथ रहती थी। जब भी वह घर आती थी तो आरोपी उससे मिलने के लिये पुषडा आयमा अपने मामा बिन्दू गोड़ के घर आता था। आरोपी शुभम ने बताया कि सन्दीप गोड़ जो मेरे मामा का लड़का है उससे मेरी काफी घुला मिला था। निशा और मेरे सम्बन्ध को मेरे मामा घर वाले जानते थे। लॉकडाउन में निशा अपने माता-पिता के साथ अपने गांव पुषडा खालसा आयी थी। बीते 15 अगस्त को मैने अपने गांव के ही अतुल कुमार से कहा कि तुम मुझे अपनी मोटरसाइकिल से मेरे मामा के घर सठियांव तक छोड़ दो तो अतुल ने मुझे वहां तक छोडा और वह फिर वापस गांव बनकट जगदीशपुर चला गया। दिनांक 15.8.020 की रात को समय करीब 12 बजे तक मैने निशा से बात किया और करीब 1 बजे मैं निशा के घर के पीछे गया। वही पर मैने उसे फोन करके बुलाया और हम लोग वहां से चल कर ताराबन पोखरे के पास आये। मैं उससे विवाह करना चाहता था और वह भी मुझसे विवाह करना चाहती थी। निशा ने मुझसे बताया कि उसके घर वाले उसकी शादी कही दूसरी जगह कर देंगे। निशा अपने साथ सिन्दूर लेकर आयी थी उसने कहा कि तुम मेरी मांग भर दो तौ मैने उसकी मांग भर दी।
उसने मुझ से कहा की तुम मेरी आखिरी इच्छा पूरी कर दो। मैने पूछा कि तुम्हारी आखिऱी इच्छा क्या है तो उसने कहा कि मुझे जान से मार दो। मैने कहा कि मरेगें तो हम दोनों साथ में मरेंगे। मैने कहा कि चलो हम दोनों इसी पोखरे में कूदकर जान दे देते है। निशा को पानी से डर लगता था तो उसने कहा मुझे पानी से बहुत डर लगता है। तो मैने निशा से कहा कि मै तुम्हारा गला दबा कर मार देता हूं और फिर तुम्हे लेकर मैं पोखरे में कूद कर जान दे दूँगा। तब मैने वहीं पर ताराबन पोखरे के बगल में रास्ते के पास बैठकर उसको अपनी बाहो में लेकर प्यार करते हुये हम दोनों में से पहले मैने अपने भाई सूरज गोड़ को व्हाटसेप से मैसेज किया कि सारी भाई मुझे माफ कर देना घर पर सबका खयाल रखना और निशा ने अपने घर पर मैसेज किया कि सारी पापा लव यू उसके बाद मैने निशा का और अपना मोबाइल फोन पोखरे में फेक दिया। उसके बाद मैने उससे एक बार शारीरिक सम्बन्ध बनाने के लिये कहा लेकिन उसने मना कर दिया तब मैने उसके साथ जबरदस्ती शारीरिक सम्बन्ध बनाया और फिर मैने निशा का गला दबा दिया। कुछ देर तक वह हाथ पैर पटकती रही उसके बाद वह मर गयी। उसके मरने के बाद मुझे बहुत दुख हुआ मैने उसकी लाश को लेकर पोखरे में ढकेल दिया। कुछ देर बाद मै भी पानी में कूद गया लेकिन सांस फूलने लगी चूकि मै थोडा बहुत तैरना जानता था तो मैं बाहर निकल आया। थोड़ी देर तक पोखरे के किनारे बैठकर सोचता रहा फिर मै भारी मन से वहा रहा। उसके बाद मैं पैदल निर्माणाधान सिक्स लेन पकड़ कर आजमगढ़ रोडवेज से बस पकड़कर अपने घर गांव बनकट जगदीशपुर चला गया। मैने अपने भाई को मैसेज कर दिया था, तो घर वाले मुझसे तरह तरह के सवाल पूछ रहे थे। मुझे डर लगने लगा कि सब जान जायेगे और मुझे डर लग रहा था कि कही पुलिस मुझे गिरफ्तार न कर ले। इसीलिये मैं आज आजमगढ से भागने वाला था।

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