इथोपिया में बंधक मैकेनिकों के परिवार ने डीएम से लगाए गुहार
आजमगढ़ : इथोपिया में बंधक दो दो व्यक्तियों का परिवार सोमवार को जिलाधिकारी कार्यालय पहुंचा और पूरी व्यथा बताई। डीएम ने भरोसा दिया कि प्रशासन अपने स्तर से हर संभव कोशिश कर रहा है और जल्द ही इथोपिया में बंधक लोगों को स्वदेश लाया जाएगा।
निजामाबाद क्षेत्र के चंदाभारी गांव के राजबहादुर चौबे अपने अन्य पांच साथियों के साथ फंसे हैं। जिस कंपनी में मशीन की फिटिंग करने गए थे उसी के मालिक ने उनके सभी साथियों के साथ बंधक बना लिया। राजबहादुर की पत्नी कामना चौबे व रौनापार के बेलकुंडा गांव के संजय मिश्रा की पत्नी रीना मिश्रा ने जिलाधकारी को प्रार्थना पत्र सौप कर स्वदेश लाने की गुहार लगायी है।
रीना मिश्रा ने बताया कि जुड़ारामपुर महाराजगंज के संदीप के अलावा झारखंड, हरियाणा व बलिया के भी एक-एक मैकेनिकों को साथ में बंधक बनाया गया है। प्रीति मशीनरी गाजियाबाद ने इथोपिया के दुक्कम शहर में टडास स्टील कंपनी में मशीन की फिटिंग के लिए पांच माह पहले भेजा था। तीन माह के एग्रीमेंट के अनुसार काम पूरा करने के बाद जब भारत आना चाहे तो स्टील कंपनी के मालिक ने पासपोर्ट जब्त करते हुए सभी को बंधक बना लिया। उसने कहा कि तुम लोग चले जाओगे तो हमारे प्लांट को कौन चलाएगा।
इधर तय समय पर भारत न आने पर गाजियाबाद की कंपनी के मालिक ने संपर्क किया और निर्धारित तिथि पर न आने का कारण पूछा, तो कामगारों ने बंधक बनाने की जानकारी दी। उसके बाद गाजियाबाद की कंपनी ने मदद के लिए विदेश मंत्रालय से संपर्क किया, तो इथोपिया स्थित भारतीय दूतावास के लोग जाकर बंधक बनाए गए लोगों से मिलकर समस्या के निदान के लिए आश्वस्त किए, लेकिन अभी तक राहत नहीं मिल सकी है। जिलाधिकारी से मिलने के बाद राजबहादुर की पत्नी कामना चौबे ने बताया कि डीएम ने हमारी पीड़ा को गंभीरता से सुना है और भरोसा दिलाया है कि पूरी मदद मिलेगी।

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