प्रशासन के जानकारी के बिना ही अवैध निर्माण पर चला बुलडोजर
आजमगढ़ : कंधरापुर थाना क्षेत्र के इसहाकपुर गांव में बृहस्पतिवार की दोपहर अवैध भूमि पर कब्जा हटाने गए नायब तहसीलदार पर ग्रामीणों ने जमकर पत्थरबाजी की। घटना उस समय हुई जब नायब तहसीलदार मानवेंद्र गांव में कब्जाई गई जमीन को मुक्त कराने पहुंचे थे। इसके बाद पुलिस ने आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया। वहीं शनिवार की रात प्लाटरों ने बिना पुलिस को सूचना दिए कब्जे को स्वयं ही हटा दिया। हालांकि इसकी जानकारी पुलिस को हुई लेकिन उसके द्वारा भी अब तक कोई कार्रवाई नहीं की गई।
जानकारी के अनुसार कंधरापुर थाना क्षेत्र के इसहाकपुर गांव में राकेश नाम के एक व्यक्ति ने सरकारी भूमि पर कब्जा किया था। उसके पीछे कुछ लोगों ने प्लाटिंग की हुई है। उन लोगों द्वारा उक्त जमीन को खाली कराने का प्रयास किया गया। इस प्रयास में उन्हें कामयाबी मिली क्योंकि सरकारी जमीन पर कब्जा था इसलिए उसे हटाया जाना था। पूर्व एसडीएम सदर सुनील कुमार धनवंता ने बेदखली का आदेश जारी कर दिया। एसडीएम के आदेश पर नायब तहसीलदार मानवेंद्र बृहस्पतिवार को पुलिस टीम के साथ कब्जा हटवाने के लिए गांव में पहुंचे। राकेश के घर वाले राजस्व टीम का विरोध करने लगे। मामला बढ़ता ही गया। इसके बाद राकेश के परिजन नायब तहसीलदार समेत अन्य लोगों पर पत्थरबाजी शुरू कर दी। इस घटना में नायब तहसीलदार के अर्दली को चोट लगी। हालात बेकाबू होते देख राजस्व टीम को पीछे हटना पड़ा।
पुलिस ने राकेश और उसके परिजनों को गिरफ्तार कर लिया। वहीं शनिवार को पुलिस को पता भी नहीं चला और दूसरे पक्ष ने बुलडोजर लगाकर अवैध निर्माण को ढहा दिया। सूचना मिलने पर पुलिस भी पहुंची और छानबीन कर लौट आई। इस संबंध में थानाध्यक्ष कंधरापुर केके गुप्ता ने बताया कि दूसरे पक्ष के लोगों ने गलत किया, बिना हमें सूचना दिए अवैध निर्माण को ढहा दिया। जब हमने लेखपाल से बात की तो उन्होंने कहा कि जहां से इन लोगों ने कब्जा हटाया है वह तो उन्हें दे दी गई है। ऐसे में यह गलत नहीं है।
जिलाधिकारी रविंद्र कुमार ने बताया कि हमें इस संबंध में जानकारी नहीं है। लेकिन, मैं इसके बारे में पता करता हूं, अगर ऐसा हुआ है तो गलत है। इस मामले में निश्चित कार्रवाई की जाएगी।
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