सच्चाई छिपाना पड़ा भारी, SSP ने तीन पुलिसकर्मियों को किया लाइन हाजिर
आजमगढ़ : थाना पवई क्षेत्र में पशु तस्करों के हमले की घटना छिपाने के मामले में लापरवाही बरतने पर वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक (SSP) हेमराज मीना ने बृहस्पतिवार को कड़ा एक्शन लिया है। उन्होंने गुरुवार को उपनिरीक्षक शिवसागर यादव और सिपाही प्रभात त्रिपाठी व प्रीतम कुमार को लाइन हाजिर कर दिया।
15 अगस्त की रात पिकअप में प्रतिबंधित पशु लादकर तस्कर पूर्वांचल एक्सप्रेस-वे के गोखवल अंडरपास से पवई थाना क्षेत्र में दाखिल हुए। पुलिस ने पीछा किया तो तस्करों ने पिकअप को बैक गियर में डालकर पीछे से आ रही दो बाइकों पर चढ़ा दिया। इस हमले में दो पुलिसकर्मी घायल हो गए और उनकी बाइक व इंसास रायफल क्षतिग्रस्त हो गई।
इसके बावजूद पवई पुलिस ने घटना को पांच दिन तक छिपाए रखा और अधिकारियों को गुमराह करते हुए इसे सिपाहियों की बाइक आपस में भिड़ने का मामला बताया। घटना की सच्चाई सामने आने पर एसएसपी हेमराज मीना ने तत्काल कार्रवाई करते हुए तीन पुलिसकर्मियों को लाइन हाजिर कर दिया। यह मामला पूरे क्षेत्र में चर्चा का विषय बना हुआ है।
हैरान करने वाली बात यह रही कि घटना के बाद पवई पुलिस ने पूरी घटना को दबा दिया और अधिकारियों को गुमराह करते हुए इसे सिपाहियों की आपसी बाइक टक्कर का मामला बताया। लेकिन जैसे ही घटना की सच्चाई सामने आई, एसएसपी ने तत्काल प्रभाव से संबंधित पुलिसकर्मियों को लाइन हाजिर कर दिया। इस प्रकरण के सामने आने के बाद पुलिस विभाग में हड़कंप मच गया है और यह मामला क्षेत्र में चर्चा का विषय बना हुआ है।
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