Breaking Reports

फर्जी “PM KISAN YOJANA (.APK)” ऐप से करोड़ों की साइबर ठगी—आजमगढ़ पुलिस ने गिरोह का भंडाफोड़, दो गिरफ्तार



आजमगढ़ : जिले की साइबर क्राइम पुलिस ने बड़ी कार्रवाई करते हुए फर्जी “PM KISAN YOJANA (.APK)” ऐप के माध्यम से अंतर्राज्यीय साइबर ठगी करने वाले गिरोह के दो लोगों को गिरफ्तार किया है। पुलिस ने ₹7.77 लाख की ठगी का खुलासा करते हुए 03 मोबाइल, ₹26,500 नकद बरामद बरामद कर बैंक खाते में ₹17.50 लाख की राशि फ्रीज़ कराया।

पुलिस अधीक्षक डॉ0 अनिल कुमार के निर्देशन और अपर पुलिस अधीक्षक यातायात विवेक त्रिपाठी तथा क्षेत्राधिकारी सदर आस्था जायसवाल के पर्यवेक्षण में साइबर अपराधियों के विरुद्ध चलाए जा रहे अभियान के अंतर्गत साइबर क्राइम थाना आज़मगढ़ पुलिस को एक बड़ी सफलता मिली है।

रविवार को थाना साइबर क्राइम द्वारा पंजीकृत मुकदमा मु0अ0सं0 37/2025 धारा 318(4) BNS व 66D IT ACT में दो अभियुक्तों को गिरफ्तार किया गया। यह गिरोह फर्जी “PM KISAN YOJANA (.APK)” ऐप भेजकर लोगों के मोबाइल हैक कर उनके बैंक खातों से धन की अवैध निकासी करता था।

गंभीरपुर थाना क्षेत्र के बिन्द्रा बाज़ार निवासी पीड़ित करन गुप्ता के व्हाट्सऐप नंबर पर 18 नवम्बर 2025 को भेजे गए APK लिंक को इंस्टॉल करने के बाद उनके खाते से लगभग ₹7,77,000/- की अवैध निकासी कर ली गई थी।

तकनीकी विश्लेषण, बैंक विवरण और संदिग्ध मोबाइल नंबरों की लोकेशन के आधार पर पुलिस टीम ने गिरोह के 02 सक्रिय सदस्यों को गिरफ्तार किया। पूछताछ व बरामदगी के आधार पर अभियोग में धारा 111(1), 317(2) BNS की बढ़ोतरी की गई है। अब तक की जांच में इनके विरुद्ध यूपी और महाराष्ट्र में 03 साइबर ठगी के मामले (NCRP कम्प्लेन) दर्ज पाए गए हैं।

गिरफ्तार अभियुक्त में परवेज अंसारी निवासी ग्राम बरडीहा लाला, थाना खुखुन्दू, जिला देवरिया, वर्तमान पता : प्लॉट नं. 22, स्टार सिटी, उत्तरधौना, थाना बीबीडी, लखनऊ व मो0 कलीम निवासी उत्तरधौना, तिवारीगंज, थाना बीबीडी, लखनऊ है। इनके पास पुलिस ने 03 मोबाइल फोन,₹26,500 नगद बरामद कर इनके बैंक खातों में लगभग ₹17,50,000/- की राशि फ्रीज़ कराया है।

अभियुक्तों ने स्वीकार किया कि उनकी इंस्टाग्राम पर एक व्यक्ति मो. समद (पता अज्ञात) से दोस्ती हुई, जिसने उन्हें ठगी के धंधे से जोड़ लिया। समद 10% कमीशन के लालच में इनसे बैंक खाता, ATM कार्ड आदि गिरिडीह (झारखंड) स्थित पते पर मंगवाता था। ठगी से प्राप्त धनराशि पहले इन खातों में आती थी, जिसके बाद अभियुक्त अपने हिस्से की रकम निकालकर गैंग के बताए अनुसार आगे ट्रांसफर कर देते थे।

.APK फाइलों से बचाव हेतु साइबर सुरक्षा परामर्श

* केवल अधिकृत ऐप स्टोर से ही ऐप डाउनलोड करें।

* किसी भी अनजान लिंक से आई .APK फाइल इंस्टॉल न करें।

* सोशल मीडिया/व्हाट्सऐप से आए ऐप लिंक कभी न खोलें।

* इंस्टॉलेशन के समय ऐप द्वारा मांगी गई permissions की जांच अवश्य करें।

* साइबर अपराध से संबंधित नये तरीकों के प्रति सतर्क और जागरूक रहें।

No comments