डीएम द्वारा लिखित डाक्टूमेंट्री फिल्म 'गुड़िया' को दिखाया गया
आजमगढ़ : पोस्ट इफेक्ट ऑफ कोविड-19 के अन्तर्गत राष्ट्रीय ग्रामीण आजीविका मिशन आजमगढ़ की दीदीयों को जिलाधिकारी नागेन्द्र प्रसाद सिंह द्वारा नेहरू हाल के सभागार में एक दिवसीय जागरूकता कार्यशाला के अन्तर्गत प्रशिक्षित किया गया। बाहर से आये 19,782 प्रवासियों को समूह के माध्यम जोड़े जाने की प्रक्रिया जारी है। 252 महिला सदस्यों को समूह से जोड़ा जा चुका है, सर्वे का कार्य प्रारम्भ है। प्रवासी रोजगार कर्मियों के हुनर एवं अनुभव के आधार पर इनके परिवार की महिला सदस्य को रोजगारोन्मुखी करते हुए आजीविका से जोड़ना है। जो प्रवासी मजदूर बाहर से आ रहे हैं, उनको तहसील क्षेत्र के शेल्टर होम में 02 दिन रखकर तीसरे दिन उनको होम क्वारंटाइन किया जा रहा है। कुछ प्रवासी मजदूर अपने साधनों से भी आ रहे हैं, यदि ऐसा कोई व्यक्ति आता है तो दीदीयाॅ इसकी सूचना जल्द से जल्द उपलब्ध करायें। होम क्वारंटाइन हुए व्यक्तियों के निगरानी के लिए प्रत्येक ग्राम में ग्राम निगरानी समिति भी बनायी गयी है।
डीसी NRLM, DDM, BBM को निर्देश दिये कि जिन-जिन प्रवासी मजदूरों का होम क्वारंटाइन अवधि पूर्ण हो गया है, उनको भी मनरेगा के अन्तर्गत जाबकार्ड देकर मनरेगा से जोडे़ं। प्रवासी मजदूरों में यह सुनिश्चित करें कि जो प्रवासी मजदूर अन्त्योदय कार्डधारक नही है, न ही मनरेगा और न ही श्रम विभाग में पंजीकृत है, न ही किसी पेंशन का लाभ मिल रहा है, ऐसे प्रवासी मजदूरों को मुख्यमंत्री की दिहाड़ी योजना के अन्तर्गत 1000 रू0 की सहायता धनराशि उपलब्ध करायें। DDM, BBM को निर्देश दिये कि दीदीयों के समूह को प्रोड्यूजर ग्रुप से जोड़ें और दीदीयों को प्रशिक्षित करें और बैंकों में क्रेडिट लिंकेज करायें। दीदीयों से कहा कि अचार, मुरब्बा, पापड़, अन्य उत्पाद को बनायें और उसमें गुणवत्ता का ध्यान रखें।
दीदीयों के संघर्ष पर आधारित डाक्युमेन्ट्री फिल्म ‘‘गुड़िया’’ को LED के माध्यम से दिखाया गया। इस डाक्युमेन्ट्री फिल्म के स्क्रीप्ट राईटर डीएम हैं। इस डाक्युमेन्ट्री फिल्म में गुड़िया की भूमिका आकांक्षा सिंह द्वारा की गयी है, इसके लिए NRLM की तरफ से उपहार दिया गया।
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