जिलाधिकारी ने विकास कार्यक्रमों समीक्षा बैठक की, अधूरे कार्यों पर अधिकारियों को दिया कड़ा निर्देश
आपरेशन कायाकल्प के अन्तर्गत प्राथमिक विद्यालयों में आधारभूत सुविधाओं के अन्तर्गत टाइलीकरण, दिव्यांग शौचालय, पानी पीने की व्यवस्था की समीक्षा विकास खण्डवार की गयी। समीक्षा के दौरान पाया गया कि आपरेशन कायाकल्प के अन्तर्गत प्राथमिक विद्यालयों में आधारभूत सुविधाओं की प्रगति बेहद खराब है, जिस पर जिलाधिकारी ने समस्त खण्ड विकास अधिकारियों को निर्देशित करते हुए कहा कि प्राथमिकता के आधार पर एक सप्ताह के अन्दर आधारभूत सुविधाओं को पूर्ण कराना सुनिश्चित करें। जिससे जनपद की रैंकिंग ए श्रेणी में आ सके।
उन्होने समस्त खण्ड विकास अधिकारियों से कहा कि प्रत्येक विकास खण्डों में 10-10 ओपेन जिम बनाये जाने के लिए ग्राम पंचायतों में सार्वजनिक भूमि का चिन्हांकन करें और चिन्हित की गयी सार्वजनिक भूमि गॉव के बीच में हो, उस पर कोई विवाद न हो, हो सके तो दो ओपेन जिम बनायें जो एक महिला के लिए और एक पुरूष के लिए हो। उक्त कार्य कराने के लिए जिलाधिकारी ने कमेटी बनाने के लिए निर्देश दिये। उन्होने यह भी कहा कि अगर ब्लाक मुख्यालय पर जगह हो तो वहॉ भी ओपेन जिम बनवाना सुनिश्चित करें, जिससे आसपास के लोग एवं विकास खण्ड के कर्मचारी उसका लाभ ले सके।
इसी के साथ ही जिलाधिकारी ने डीपीआरओ को निर्देश दिये कि समस्त विकास खण्डों में जो ओपेन जिम बनाये जाने हैं, उसके लिए जिन-जिन इक्यूपमेंट की आवश्यकता है, उसकी कार्ययोजना तैयार कर लें। इसी के साथ ही जिलाधिकारी ने डीआईओएस को निर्देश दिये कि ग्रामीण क्षेत्रों में जहॉ-जहॉ राजकीय बालिका इण्टर कालेज है, उसकी सूची दें, जिससे उन विद्यालयों में भी ओपेन जिम बनवाया जा सके।
पंचायत भवन निर्माण की समीक्षा में बेहद खराब प्रगति पाये जाने पर डीएम ने डीपीआरओ व खण्ड विकास अधिकारियों को निर्देश दिये कि अभी भी जो पंचायत भवन अपूर्ण की स्थिति में है, उसे प्राथमिकता के आधार पर पूर्ण कराना सुनिश्चित करें।
जिलाधिकारी ने समस्त खण्ड विकास अधिकारियों को निर्देश दिये कि कन्या सुमंगला योजना के अन्तर्गत विकास खण्ड स्तर पर जो भी आवेदन पत्र लम्बित हैं, उसका निस्तारण प्राथमिकता के आधार पर करना सुनिश्चित करें।
अभी भी छुट्टे पशु गो संरक्षण केन्द्रों में नही रखे गये हैं तथा सहभागिता योजनान्तर्गत भी गोवंश कि संरक्षण में धीमी प्रगति पाये जाने पर जिलाधिकारी ने मुख्य पशु चिकित्साधिकारी को निर्देशित करते हुए कहा कि जो भी छुट्टे पशु घूम रहे हैं, उसे 3 दिन के अन्दर गोवंश आश्रय स्थल में रखवाना सुनिश्चित करें एवं सहभागिता योजनान्तर्गत गोवंश को संरक्षित करने हेतु चिन्हित व्यक्तियों को दें। इस अवसर पर विभिन्न विभागों के संबंधित अधिकारी उपस्थित रहे।
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