भोज बना बवाल का कारण: थाने के बाहर ब्लॉक प्रमुख ने दिया धरना
आजमगढ़ : जिले के तरवां थाना क्षेत्र अंतर्गत कटाई गांव में शनिवार रात एक भोज के दौरान दो समुदायों के बीच हुआ आपसी विवाद देखते ही देखते मारपीट में तब्दील हो गया। इस घटना में अनुसूचित जाति और राजभर समुदाय आमने-सामने आ गए, जिसमें चार लोग घायल हो गए। घायलों का इलाज तरवां प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र में जारी है।
जानकारी के मुताबिक, भोज का आयोजन गांव निवासी खेतु पुत्र लछिराम के घर किया गया था। भोज के दौरान किसी बात को लेकर दोनों पक्षों में कहासुनी हुई, जो बाद में झगड़े में बदल गई। इस दौरान हीरा पुत्र शिवराम सहित चार लोग घायल हो गए।
घटना के बाद खेतु ने रसूलपुर किरहिया गांव के सात लोगों के खिलाफ तरवां थाने में तहरीर दी। पुलिस ने कार्रवाई करते हुए रसूलपुर किरहिया निवासी अंकित पुत्र साहबराज को थाने बुलाया, जबकि रामजन्म पुत्र चंदर को हिरासत में ले लिया।
थाने के बाहर धरने पर बैठे ब्लॉक प्रमुख
घटना की सूचना मिलते ही पल्हना के ब्लॉक प्रमुख अनुराग सिंह उर्फ सोनू सिंह थाने पहुंचे। उन्होंने बताया कि अंकित पुत्र साहबराज घटना के समय उनके घर आयोजित भोज में मौजूद था। उन्होंने थानाध्यक्ष चंद्रदीप राम से पूछताछ की और कहा कि यदि मुकदमा दर्ज हो गया है, तो उसकी कॉपी दिखाई जाए, अन्यथा अंकित को रिहा किया जाए।
थानाध्यक्ष द्वारा तत्काल मुकदमे की कॉपी देने से इनकार किए जाने पर स्थिति तनावपूर्ण हो गई। इसके विरोध में ब्लॉक प्रमुख अपने समर्थकों विक्रांत सिंह और ग्राम प्रधान लालसा यादव के साथ थाना गेट के बाहर धरने पर बैठ गए।
मौके पर पहुंची भारी पुलिस बल
धरने की जानकारी मिलते ही बड़ी संख्या में ग्रामीण और महिलाएं भी थाने पहुंच गईं। स्थिति बिगड़ती देख प्रशासन हरकत में आया और कई थानों की फोर्स मौके पर तैनात कर दी गई। क्षेत्राधिकारी लालगंज भूपेंद्र पांडे, थानाध्यक्ष मेहनगर संजय सिंह, थानाध्यक्ष मेहनाजपुर और थानाध्यक्ष देवगांव ने मौके पर पहुंचकर स्थिति को नियंत्रित किया।
पुलिस प्रशासन ने काफी समझाने-बुझाने के बाद ब्लॉक प्रमुख को मुकदमे की कॉपी सौंपी और भरोसा दिलाया कि मामले की निष्पक्ष जांच की जाएगी। दोषियों के खिलाफ कार्रवाई होगी, जबकि निर्दोषों को परेशान नहीं किया जाएगा। पुलिस के आश्वासन के बाद धरना समाप्त हो गया और थाने के बाहर की स्थिति सामान्य हो गई है।
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