डीएम ने लेखपालों को दिये निर्देश, कोई भी असहाय व्यक्ति किसी योजना से न छूटे और न ही भूखा रहे
आजमगढ़ : जिलाधिकारी नागेन्द्र प्रसाद सिंह ने बैठक के दौरान लेखपालों से कहा कि जिन शेल्टर होम में बाहर से आये लोगों को रखा गया है, उनके खाने हेतु व्यवस्था कराया जाय एवं सभी शेल्टर होम में खाने के मीनू में एकरूकता रखना सुनिश्चित करें। अपने संबंधित ग्रामों में भूमिहीन खेतीहर मजदूर एवं भूमिहीन शिल्पकार की सूची बनायें एवं उसमें यह सुनिश्चित करें कि कितने अन्त्योदय एवं पात्र गृहस्थी कार्ड धारक हैं, इन कार्डधारकों में कितने लोग मनरेगा के सक्रिय जाब कार्ड धारक हैं या श्रम विभाग में पंजीकृत श्रमिक हैं। ऐसे व्यक्ति जिनके पास न अन्त्योदय, न ही पात्र गृहस्थी कार्ड, न ही मनरेगा के सक्रिय जाब कार्डधाकर एवं न ही श्रम विभाग में पंजीकृत श्रमिक हैं और न ही उनके पास आधार व बैंक खाता हैं, ऐसे व्यक्तियों को एक-एक सप्ताह के लिए लाकडाउन की अवधि तक राशन उपलब्ध कराते रहें। यह भी ध्यान रखें कि यदि ऐसे कोई व्यक्ति जो किसी भी योजनाओं से आच्छादित न हो उनको 1000 रू0 की अनुमन्य सहायता राशि उपलब्ध करायी जाय। राजस्व ग्रामों में महिलाओं के जनधन खातों में 500 रू0 भेजा गया, अभी भी कितनी ऐसी महिलायें हैं, जिनके जनधन खाते में बैंक से आधार लिंक न होने के कारण नही पहुंचा है, ऐसी महिलाओं को बतायें कि बैंक में जाकर KYC उपलब्ध करा दें, जिससे उनके जनधन खाते में 500 रू0 पहुंच जाये। लेखपालों को निर्देश दिये कि राजस्व ग्राम में 6 माह से बड़े बच्चों के परिवारों को चिन्हित करें, जिनके पास अपने बच्चों को दूध पिलाने के लिए भी पैसा न हो, उनको चिन्हित कर उनकी सूची उपलब्ध करायें। ऐसे व्यक्ति जिनके पास दवा खरीदने के पैसे नही हैं वे अपने संबंधित एमओआईसी से बात करेंगे तो MOIC उस व्यक्ति को दवा घर पर उपलब्ध करायेंगे। यदि कोई व्यक्ति गम्भीर बीमारी से पीड़ित हो तो अस्पताल जाने के लिए 102 एवं 108 एम्बूलेंस की सहायता ले सकते हैं। समस्त लेखपाल ग्रामों में कम्यूनिकेशन प्लान बना लें और कम्युनिकेशन प्लान में ग्राम के 10 विभिन्न समुदाय से संबंधित व्यक्तियों को चिन्हित कर कम्युनिकेशन प्लान में शामिल करें। इस आपदा के समय में अपने स्वास्थ्य का ध्यान रखें एवं आयुष मंत्रालय के गाइड लाइनों का अनुपालन करते रहें।
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